
इंदौर (Indore)। अभी पिछले दिनों ही शासन ने इंदौर सहित प्रदेश की सभी 413 नगरीय निकायों (413 urban bodies) को सडक़ों के कायाकल्प के लिए राशि का आबंटन किया, जिसमें इंदौर निगम को 25 करोड़ रुपए मिले। अब सडक़ों की तरह ही तालाबों का भी कायाकल्प (rejuvenation) करवाया जा रहा है, जिसके लिए लगभग 500 करोड़ की राशि के खर्च का अनुमान लगाया गया है और इंदौर सहित सभी नगरीय निकायों से प्रमुख तालाबों की सूची मांगी गई है।
हर साल बारिश के पहले जहां बड़े पैमाने पर पौधारोपण होता है, वहीं तालाबों की गाद निकालने का काम भी निगम और पंचायतों के जरिए करवाया जाता है। अब 413 नगरीय निकायोंके अधीन आने वाले बड़े तालाबों के कायाकल्प की योजना भी शासन ने तैयार करवाई है। कायाकल्प, जलोपचार के साथ-साथ जल शुद्धिकरण के लिए अलग-अलग तरह की घास तालाब के चारों तरफ कैचमेंट एरिया में लगवाई जाएगी। साथ ही गहरीकरण, अतिक्रमण हटाने, जलकुम्भी के खात्मे सहित कूड़ा-करकट, कचरा न फेंका जाए, लिहाजा कई क्षेत्रों में लोहे की जालियां भी लगवाएंगे।
500 करोड़ रुपए की राशि शासन सडक़ों की तरह ही इन तालाबों के लिए भी आबंटित करेगा। ऐसे लगभग 418 तालाबों के कायाकल्प के प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। ये वे तालाब हैं जिनसे शहरी और ग्रामीण आबादी को पीने के पानी के साथ-साथ सिंचाई का भी पानी मिलता है। इंदौर के भी तीन बड़े तालाबों का चयन इसके लिए किया जाएगा, जिसमें यशवंत सागर, बिलावली, सिरपुर का चयन हो सकता है। दरअसल शासन ने 10 लाख से अधिक की आबादी वाले निकायों को तीन सालाब, 1 लाख से 10 लाख की आबादी में 2 और इससे कम आबादी वाले निकायों में एक तालाब का चयन होगा।
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