नई दिल्ली (New Delhi)। मॉनसून (Monsoon) की बारिश (Rain) अब देश के विभिन्न राज्यों में दुर्घटनाओं का कारण बन गई है। हिमाचल (Himachal) में लगातार दूसरे दिन बुधवार को बादल फटने (cloudburst) की घटना हुई। वहीं उत्तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम रूट (Chardham Route) पर डेंजर जोन (Danger Zone) लगभग दोगुना हो गए हैं। मौसम विभाग की ओर से हिमाचल के आठ जिलों, आगरा और मुंबई समेत कई जगहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला जिले के रामपुर में बीती रात डेढ़ बजे बादल फटने से भारी तबाही हुई है। रामपुर ब्लॉक की सरतारा पंचायत के कंदार गांव में बादल फटने से प्राथमिक पाठशाला, युवक मंडल भवन सहित छह मकान ढह गए। गनीमत यह रही कि मकान ढहने से पहले ही लोग रात में अपने घरों को छोड़ बाहर निकल गए थे। बादल फटने के बाद आई बाढ़ से लोगों के डेढ़ दर्जन से ज्यादा पालतू मवेशी बह गए। इससे कई बागवानों के सेब के बगीचे तबाह हुए। कई घरों में पानी घुस गया और आधा दर्जन गाड़ियों को भी इससे नुकसान हुआ है। लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। बादल फटने के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में है।
उधर, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बीती रात की भारी बारिश के बाद फिर से छह मील के पास लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गया है। वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। वहीं पांवटा साहिब-शिलाई हाईवे सात दिन बाद वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। इससे सतौन, कमरऊ, तिलोरधार, कफोटा, शिलाई और रोनहाट क्षेत्र के लोगों को राहत मिली है।
8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने दो दिन के लिए आठ जिलों को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। यह अलर्ट चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिले के लिए है। इन दो दिन में कई क्षेत्रों में भारी बारिश व बादल फटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए जनता को सावधानी बरतने, उफनते नदी नालों के आसपास और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने तथा गैर जरूरी यात्राएं टालने की एडवाइजारी दी गई है। वहीं ऊना, हमीरपुर, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले में भी तेज बारिश हो सकती है।
आगरा में बाढ़ की चेतावनी
ताजनगरी में एक बार फिर से यमुना उफान पर है। बाढ़ के चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है। खतरे की घंटी फिर से बजने लगी है। गोकुल बैराज से नदी में छोड़े जा रहे पानी में लगातार वृद्धि की जा रही है। नदी के तटवर्ती इलाकों में लोग फिर दहशत में हैं। हालांकि सिंचाई विभाग का कहना हैं कि गुरुवार सुबह से नदी का पानी उतरने लगेगा। पानी खतरे के निशान 499 फीट तक नहीं पहुंचेगा। मौसम विभाग ने 28 जुलाई तक आगरा में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यदि बारिश होती है तो यमुना शहर के हालात खराब कर सकती है। यमुना का शहर में जलस्तर बढ़ेगा, जो खतरे के निशान तक पहुंच सकता है।
उत्तराखंड के चारधाम रूट पर डेंजर जोन हो गए दोगुना
उत्तराखंड के चारधाम रूट पर पहले करीब 30 डेंजर जोन चिह्नित थे जो अब बढ़कर 60 हो गए हैं। चारधाम यात्रा मार्ग को चौड़ा करने के लिए केंद्र ने ऑल वेदर रोड परियोजना को मंजूरी दी थी। सड़कें चौड़ी होने से सफर तो आसान हुआ है। लेकिन बारिश के दौरान भूस्खलन से मुश्किलें भी बढ़ रही हैं। परियोजना बनने से पूर्व चारधाम मार्गों पर करीब 30 डेंजर जोन चिह्नित किए गए थे।
बीते दिनों परिवहन विभाग और प्रशासन ने ऋषिकेश, गंगोत्री तथा बदरीनाथ ऑल वेदर रोड पर सर्वे किया। इस दौरान कुल 60 डेंजर जोन चिह्नित किए गए हैं। डेंजर जोन की प्रमुख वजह पहाड़ का कटाव या फिर डंपिंग जोन हैं। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के पूर्व एचओडी एचके उप्रेती ने बताया कि उत्तराखंड के पहाड़ काफी कच्चे हैं। ऐसे में पहाड़ों पर कटिंग के बाद दीवार बनाना अनिवार्य है। ऐसा नहीं किया तो भूस्खलन का खतरा बना रहेगा।
ओडिशा : मलकानगिरि में बाढ़ में बहने से एक की मौत
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने से ओडिशा के दक्षिणी हिस्से के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। वहीं, एक बार फिर अचानक बाढ़ का सामना कर रहे मलकानगिरि में एक व्यक्ति पानी में बह गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। मलकानगिरि को पिछले सप्ताह अचानक बाढ़ का सामना करना पड़ा था। यहां मंगलवार से सर्वाधिक 80.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। गंजम में 53, कंधमाल जिले के फिरिंगिया में 34.8 और कलिंगा में 33 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम कार्यालय ने कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी की है।
मुंबई: भारी बारिश के बाद विहार और तानसा झीलें उफान पर
शहर में बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से तानसा और विहार झीलें बुधवार को पूरी तरह से भरने के बाद उफान पर आ गईं। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने यह जानकारी देते हुए बताया कि तानसा और विहार झीलें मुंबई में पीने योग्य पानी का प्रमुख जलस्त्रोत हैं। बीएमसी ने ट्वीट में बताया कि मुंबईवासियों को पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलों में शामिल तानसा झील आज सुबह 4.35 बजे पूरी तरह से भर गई और अब उफान पर है। मुंबई को सात जलाशयों – भाटसा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से 3,800 एमएलडी (प्रति दिन लाखों लीटर) पानी मिलता है। ये जलाशय मुंबई, ठाणे और नासिक जिलों में स्थित हैं।
तेलंगाना में भारी बारिश के आसार
तेलंगाना के खम्मम, नलगोंडा, सूर्यपेट, महबूबाबाद और यदाद्री भुवनगिरी जिलों के अलग-अलग स्थानों पर अगले 24 घंटों में भारी वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने बताया कि राज्य के कोमाराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, निज़ामाबाद, भद्राद्री कोठागुडेम, वारंगल, हनमकोंडा, जनगांव, सद्दिीपेट, रंगारेड्डी, हैदराबाद, मेडचल मल्काजीगिरी, विकाराबाद जिलों के अलग-अलग स्थानों पर गुरुवार को भारी बारिश होने का अनुमान है। राज्य में शुक्रवार को 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार है और 26 से 28 जुलाई तक तेलंगाना में अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। इसके अलावा, 29 जुलाई से एक अगस्त तक राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून तेलंगाना में सक्रिय है।
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