
इंदौर। हनीमून (Honeymoon) के दौरान पति की हत्या कर देने की आरोपी सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) एक बार फिर सुर्खियों में है। इंदौर (Indore ) के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (Transportr Raja Raghuvanshi) की हत्या के आरोप में मेघालय की जेल में बंद सोनम रघुवंशी पर इंदौर में एक बड़ा विवाद छिड़ गया है। हंगामा इस बात को लेकर है कि एक संस्था ने दशहरा के दिन रावण की जगह सोनम रघुवंशी का पुतला जलाने की घोषणा की है। संस्था ने सोनम रघुवंशी समेत हाल के दिनों में चर्चित मर्डर कांड की आरोपी पत्नियों को शूर्पनखा बताते हुए दहन की बात कही है। लेकिन इंदौर में रघुवंशी समाज के लोग इसके विरोध में उतर आए हैं। अब दोनों पक्षों के बीच टकराव है और प्रशासन के सामने इस विवाद को सुलझाने की चुनौती है।
दरअसल, इंदौर में पौरुष नाम की संस्था की ओर से दशहरा के दिन 2 अक्टूबर को शूर्पनखा- दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। संस्था की ओर से जारी पोस्टर में बीच में सोनम रघुवंशी की तस्वीर है। सोनम के अलावा मेरठ की मुस्कान, सूचना सेठ, हर्षा पाडियार, रविता कश्यप, निकिता संघानिया, हंसा पटेल, सुष्मिता आदि के नाम को शामिल किया गया है। पति की हत्या की आरोपी महिलाओं के खिलाफ जुलूस निकालते हुए महालक्ष्मी नगर के मेला ग्राउंड में पुतला दहन का ऐलान किया गया है।
अब कुछ महिला संगठनों और रघुवंशी समाज के कुछ लोगों की ओर से इस पर आपत्ति जाहिर की गई है। महिला संगठनों ने जहां इसे महिला विरोधी कदम बताया है तो रघुवंशी समाज के लोगों की दलील है कि यह उनके समाज का अपमान है। समाज के कई लोगों ने बुधवार को विजयनगर थाने और जिला कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा और पुतला दहन पर रोक लगाने की मांग की। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि कार्यक्रम को निरस्त नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। जिला अध्यक्ष पिंका रघुवंशी ने कहा कि यह उनके समाज का अपमान है। उन्होंने यह भी दलील दी कि सोनम अभी आरोपी है, कोर्ट से दोषसिद्धि नहीं हुई है।
उधर सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने भी पुतला दहन का विरोध किया है। उन्होंने इसे परिवार औऱ समाज की प्रतिष्ठा पर हमला बताया और कहा कि इससे समाज की भावनाएं आहत होंगी। फिलहाल अब प्रशासन को दोनों पक्षों को बिठाकर विवाद का कोई हल निकालना होगा।
गौरतलब है कि इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम के साथ हुई थी। दोनों 20 मई को हनीमून पर गए थे। मेघालय में 23 मई को राजा की हत्या कर दी गई थी जिनकी लाश 2 जून को मिली। तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोनम ने यूपी में जाकर सरेंडर कर दिया था। आरोप है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज के साथ मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश रची और फिर उसके तीन दोस्तों की मदद से हत्याकांड को अंजाम दिया और फरार हो गई।
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