
इन्दौर। खाद्य औषधि विभाग द्वारा लगातार शहर में नकली घी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में कल टीम ने पल्हर नगर के एक घर पर छापा मारा, लेकिन गेट पर जब टीम ने अपना परिचय दिया तो मिलावटखोरों ने दरवाजा बंद कर लिया। अधिकारी 2 घंटे तक सडक़ पर ही खड़े रहे। इसके बाद पुलिस के आने के बाद दबावपूर्वक दरवाजा खुलवाकर टीम अंदर जा पाई।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि पल्हर नगर में गिरिराज गुप्ता अपने घर से नकली का कारोबार करता है। उसकी मल्हारगंज में प्रभुश्री ट्रेडर्स के नाम से दुकान भी है। इस पर टीम ने कल दोपहर उसके घर पर छापा मारा। जब अधिकारियों ने दरवाजा खटखटाया तो एक महिला ने दरवाजा खोला। टीम ने जब परिचय दिया तो महिला ने तुरंत यह कहते हुए दरवाजा बंद कर लिया कि घर पर कोई नहीं है, आप अंदर नहीं आ सकते, बाद में आना। टीम काफी देर तक बाहर खड़े होकर दरवाजा खोलने के लिए कहती रही, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया। इस पर पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर शिवम वर्मा को दी गई। उन्होंने एरोड्रम थाने से पुलिस बल मौके पर भेजने के निर्देश दिए। करीब 2 घंटे तक टीम के बाहर खड़े रहने के बाद पुलिस बल पहुंचा और दरवाजा खुलवाया।
नामी कंपनियों के रैपर गेहूं की कोठी में छुपाए
दरवाजा खोलने के बाद जब अधिकारियों ने तलाशी ली तो सामने वनस्पति घी और असली घी के डिब्बे ही मिले। इस पर कोई प्रकरण नहीं बन सकता था। टीम ने जब पूरे घर की गहन जांच की तो गेहूं की कोठियां में 350 से ज्यादा रैपर पाए गए, जो सांची, अमूल, नोवा और मालवा घी के थे, वहीं कपड़ों की अलमारी में से टीम को पांच बोतल घी का एसेंस भी मिला। इन्हीं चीजों से नकली ही बनाए जाने की पुष्टि हुई। टीम को बाहर इंतजार करवाने के दौरान गुप्ता परिवार के साथ इन्हीं चीजों को छुपाने में लगा हुआ था। टीम ने यहां से 27 डिब्बे वनस्पति घी, 13 डिब्बे तेल, 3 डिब्बे घी, 5 बोतल एसेंस और 350 रैपर जब्त किए। यहां से 6 सैंपल लेकर जांच के लिए भी भेजे हैं। असली के रूप में बेचे जाने पर इस सामग्री की कीमत करीब 4 लाख है।
घर के अंदर से गुप्ता कहता रहा… मैं बाहर हूं, बस पहुंच रहा हूं
बाहर इंतजार करते हुए अधिकारियों ने आसपास के लोगों से नकली घी के गोरखधंधे के सरगना गिरिराज गुप्ता का मोबाइल नंबर लिया। टीम ने जब उसे फोन किया तो गुप्ता कहता रहा कि मैं बाहर हूं, बस आधे घंटे में पहुंच रहा हूं, लेकिन उसने दरवाजा खोलने के लिए नहीं कहा। जब पुलिस ने आकर दरवाजा खुलवाया तो गुप्ता घर के अंदर ही मौजूद मिला। पूछे जाने पर वह कोई जवाब नहीं दे पाया।
कंपनियां दर्ज कराएंगी कॉपीराइट का प्रकरण
स्वामी ने बताया कि यहां से जिन भी कंपनियों के रैपर मिले हैं, उन सभी कंपनियों को सूचना दे दी गई है। अब आज यह सभी कंपनियां गुप्ता के खिलाफ अपने ब्रांड के नकली पैकेजिंग में घी बनाने को लेकर कॉपीराइट के तहत प्रकरण भी दर्ज कराएंगी। बताया जा रहा है कि परसों पालदा में पकड़े गए नकली घी के कारोबार से भी गुप्ता का कनेक्शन है।
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