
नई दिल्ली । केरल (Kerala) में स्थानीय निकाय चुनाव (local body elections) से पहले एक घटना ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। यहां एक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट न मिलने पर आत्महत्या कर ली है। स्थानीय पुलिस के मुताबिक त्रिक्कण्णपुरम के निवासी आनंद कें थंपी ने दोपहर में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। शुरुआती जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि वह तिरुवनंतपुरम के भाजपा उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम नहीं होने की वजह से परेशान थे। हालांकि, भाजपा की तरफ से दावा किया कि थंपी ने कभी भी पार्टी से टिकट के लिए संपर्क नहीं किया। ऐसे में उनकी मौत को टिकट वितरण से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
स्थानीय पुलिस ने घटना को लेकर कहा कि थंपी ने आत्महत्या करने से पहले अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर एक स्टेटस लगाया था। इसमें उन्होंने आरएसएस के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने नेताओं को अपने चुनाव लड़ने की इच्छा से अवगत करा दिया था।
स्टेटस में थंपी ने लिखा कि रेत तस्करी से जुड़े कुछ स्थानीय माफिया नेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। जब भाजपा से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। लेकिन इसके बाद उनके दोस्तों ने ही उनसे दूरी बनाना शुरू कर दिया, जिससे वह परेशान हो गए।
पुलिस के मुताबिक स्टेटस अपडेट करने के बाद थंपी ने अपने घर के शेड पर लटकर फांसी लगा ली। उनके इस संदेश को देखने के बाद उनके घर के लोग और दोस्त उनके पास पहुंचे और उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उनकी मृत्यु हो गई।
भाजपा ने क्या कहा?
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि इस घटना से उन्हें बहुत दुख हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जिला अध्यक्ष से बात की, जिन्होंने बताया कि वार्ड से प्राप्त सूची में उनका नाम नहीं था। लेकिन हम घटना की जांच करेंगे।’’ भाजपा नेता ने कहा कि जिले के भाजपा नेताओं ने इस बात से इनकार किया है कि थंपी ने कभी उनसे टिकट मांगने के लिए संपर्क किया था। चंद्रशेखर ने कहा कि थंपी की मौत को सीट न मिलने से नहीं जोड़ा जा सकता।उन्होंने कहा कि थंपी के अन्य आरोपों की भी जांच की जाएगी।
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