कोलंबो। अगर भारत और पाकिस्तान के युद्धपोत (Pakistan – Warship) इस वक्त किसी बंदरगाह पर आमने-सामने आ जाएं तो क्या होगा? सोच में पड़ गए ना, लेकिन ऐसा ही कुछ हुआ है कोलंबो में। भारतीय नौसेना का ऑफशोर पेट्रोल जहाज INS सुकन्या ऑपरेशनल टर्नअराउंड (OTR) के लिए कोलंबो बंदरगाह पर पहुंचा तो उसी दिन पाकिस्तानी नौसेना का फ्रिगेट PNS सैफ भी ईंधन भरवाने के लिए वहां आ धमका। दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव के बावजूद एक ही बंदरगाह पर दोनों युद्धपोतों का एक साथ रुकना चर्चा का विषय बन गया।
श्रीलंकाई नौसेना के गुरुवार को जारी बयान के अनुसार, INS सुकन्या मंगलवार को कोलंबो पहुंचा था। श्रीलंकाई नौसेना ने पारंपरिक तरीके से इसका जोरदार स्वागत किया। जहाज की कमान कमांडर संतोष कुमार वर्मा के हाथ में है। यह 101 मीटर लंबा जहाज एंटी-एयरक्राफ्ट गन से लैस है और इसमें हेलीकॉप्टर की लैंडिंग व टेकऑफ की सुविधा भी मौजूद है। इस दौरे के दौरान भारतीय चालक दल के सदस्य श्रीलंकाई नौसेना के साथ मैत्री कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और श्रीलंका के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर भी करेंगे। यात्रा पूरी होने पर INS सुकन्या शुक्रवार को कोलंबो से वापस रवाना हो जाएगा।
वहीं, अगर नौसेना की ताकत की बात करें तो ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 में 145 देशों की सूची में पाकिस्तानी नौसेना 33वें स्थान पर है, जबकि भारतीय नौसेना दुनिया में 7वें नंबर पर है। भारत के पास दो एयरक्राफ्ट कैरियर ( INS विक्रमादित्य और स्वदेशी INS विक्रांत) हैं, वहीं पाकिस्तान के बेड़े में एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है। डिस्ट्रॉयर जहाजों की संख्या में भी भारत बहुत आगे है। हमारे पास 12 डिस्ट्रॉयर हैं, जबकि पाकिस्तान के पास मात्र 3 हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved