
नजर आई विसंगति… कमेटी सदस्यों का कहना अभी इस सूची में छंटनी होगी और घटेगी दुकानें
इंदौर। नगर निगम (Municipal council) ने बड़े जोर-शोर से सराफा चौपाटी (Sarafa Chowpatty) को व्यवस्थित करने के दावे किए और 30, 40 और उससे भी अधिक दुकानों के संचालन की अनुमति देने की बात भी कही थी, मगर अग्निबाण को जो 72 दुकानों की सूची मिली, वे परंपरागत व्यंजनों के साथ पिज्जा (pizza), सेंडविच (sandwiches), टकाटक फास्ट फूड सहित अन्य भी शामिल थीं। कमेटी सदस्यों का कहना है कि अभी मिली सूची की भी जांच होगी और दुकानों की संख्या घट सकती है। निगम ने आज से सख्ती करने के दावे भी किए। हालांकि कल हटाए गए दुकानदारों ने धरना दिया और दबाव-प्रभाव भी बनाया। सराफा व्यापारी एसोसिएशन का कहना है कि उनकी सहमति से ये सूची नहीं बनी है और हमने तो पूरी चौपाटी को ही शिफ्ट करने की लगातार मांग की। अभी भी हमारी समस्याएं तो कायम ही रहेंगी।
बीते कई महीनों से नगर निगम इस कवायद में जुटा है कि सराफा चौपाटी को सिर्फ परंपरागत व्यंजनों के लिए ही कायम रखा जाए, क्योंकि देश-विदेश में इसकी एक अलग पहचान है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि सिर्फ परंपरागत व्यंजनों की दुकानें ही रहेंगी। वैसे भी उन्होंने खुद को इस प्रक्रिया से दूर रखा है और जो कमेटी एमआईसी सदस्यों की बनाई गई है, वह ही तय करेगी। दूसरी तरफ कमेटी में शामिल महापौर परिषद के सदस्य निरंजनसिंह चौहान के मुताबिक अभी लगभग 72 दुकानों की सूची बनी है, जो सराफा चौपाटी व्यापारियों के अलावा नगर निगम द्वारा कराए गए सर्वे के आधार पर कराई गई है और इसमें चायनीज, मोमोज सहित अन्य दुकानों को मंजूरी नहीं दी गई है। मगर जब चौहान से पूछा गया कि इस सूची में पिज्जा, सेंडविच, फास्ट फूड की भी दुकानें शामिल हैं, जो परंपरागत व्यंजनों में नहीं आतीं, इस पर उनका कहना था कि अभी इसकी जांच-पड़ताल के साथ छंटनी भी होगी और संभव है कि 72 से कम दुकानें मौके पर रहने दी जाएं। दूसरी तरफ जिन दुकानदारों को हटाया जा रहा है, वो लगातार विरोध कर रहे हैं। इसमें राजनीतिक दबाव-प्रभाव का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। महापौर के मुताबिक आज से निगम और भी सख्ती करेगा। इससे पहले लगातार मुनादी रात में करवाई और कल भी रिमूवल टीम मौजूद रही, जिसमें बिना अनुमति लगने वाली दुकानों और ठेलों को हटवाया भी। अग्निबाण के पास वह सूची मौजूद है, जिसमें चाट-मिठाई, साबूदाना खिचड़ी, गाजर हलवा, भुट्टे के कीस से लेकर अन्य दुकानें शामिल हैं। इसमें टकाटक फास्ट फूड, पिज्जा, सेंडविच के साथ इंदौरी चायनीज पाइंट भी शामिल हैं, जबकि चायनीज, मोमोज जैसी अपरंपरागत दुकानों के नाम भी इस सूची में शामिल हो गए हैं।
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