
नई दिल्ली: भारत की महिला रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने संन्यास से यू-टर्न लेने का ऐलान कर दिया है. विनेश फोगाट ने इसी साल अगस्त में इस खेल से दूरी बनाई थी और फिर राजनीति में एंट्री (Entry into politics) की थी. लेकिन वह एक बार फिर मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए अपने फैंस के साथ ये अपडेट शेयर किया.. उनकी निगाहें अब लॉस एंजिल्स में होने वाले 2028 ओलंपिक खेलों पर है.
विनेश फोगाट ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘लोग अक्सर मुझसे पुछते रहते हैं कि क्या पेरिस मेरा आखिरी सफर था? मेरे पास लंबे समय से इस सवाल का जवाब नहीं था. मुझे मैट से, प्रेशर से, उम्मीदों से, यहां तक कि अपने सपनों से भी दूर जाने की जरूरत थी. सालों में पहली बार मैंने चैन की सांस ली. अपने कार्यभार को समझने के लिए मैंने थोड़ा समय लिया. जीवन का उतार-चढ़ाव, त्याग, मेरे वो रूप जिन्हें दुनिया ने कभी नहीं देखा. मुझे अब भी खेल पसंद है. अब भी मैं प्रतिस्पर्धा करना चाहती हूं.’
विनेश फोगाट ने आगे लिखा, ‘सन्नाटे में मुझे कुछ ऐसा मिला जिसे मैं भूल गई थी ‘आग कभी नहीं बुझती है’. यह केवल थकावट और शोर के नीचे दबी हुई था. अनुशासन, दिनचर्या, लड़ाई… यह मेरे सिस्टम में है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं कितनी दूर चली गई, मेरा एक हिस्सा मैट पर ही है. तो मैं यहां हूं, एक ऐसे दिल के साथ जो निडर है और एक ऐसी भावना के साथ जो झुकने से इनकार करता है, LA28 की ओर वापस कदम रख रही हूं. और इस बार, मैं अकेले नहीं चल रही हूं, मेरा बेटा मेरी टीम में शामिल हो रहा है, मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा, 2028 ओलंपिक की इस राह पर मेरा छोटा चीयरलीडर.’
पेरिस ओलंपिक विनेश फोगाट के लिए एक बुरा सपना साबित हुआ था. पेरिस ओलंपिक में शानदार कुश्ती की नुमाइश करते हुए विनेश ने महिलाओं के 50 किलो कैटेगरी के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी. लेकिन, फाइनल से कुछ घंटे पहले उन पर ओवरवेट होने का आरोप लगा और वो डिस्क्वालिफाई कर दी गईं थी. जिसके चलते वह मेडल से चूक गई थीं. इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक और टोक्यो ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था, लेकिन वह मेडल नहीं जीत सकी थीं. ऐसे में वह विनेश एक बार भी ये कोशिश करने के लिए तैयार हैं.
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