
– कोरोना की मार झेल रहे लोगों को अब ‘महंगाई डायन खाय जात’
इंदौर। कोरोना की मार झेल रहे लोगों को अब महंगाई का भी सामना करना पड़ रहा है। थोक बाजार में रोजमर्रा की चीजों के दाम 10 से 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
कोरोना से पहले ही बाजारों के हाल बेहाल हैं। ऑड-ईवन की व्यवस्था से व्यापार-धंधा ठप है। अब सियागंज जैसे थोक बाजारों में भी रोजमर्रा के सामान के दाम 10 से 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं। समय पर माल की आपूर्ति नहीं होने से किराना सामान से लेकर रोजमर्रा में काम आने वाली वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं। लॉकडाउन अवधि में कपड़ों से लेकर दैनिक जीवन में काम आने वाली वस्तुओं के दाम चढऩे से लोगों का बजट बिगड़ा हुआ है। लॉकडाउन अवधि से ही दूध जैसी आवश्यक वस्तु के सीलबंद पैकेट 1 से 2 रुपए ऊपर तक बिक रहे हैं, जबकि इनमें भी दुकानदारों को पर्याप्त कमीशन मिलता है, लेकिन लोगों की मजबूरी का फायदा और दुकानें कम खुलने से कालाबाजारी बढ़ रही है। इस ओर सांची व अमूल जैसी दूध कंपनियों का भी ध्यान नहीं है। नतीजतन उपभोक्ता ठगाने को मजबूर हैं। उनकी हालात ‘दुबले और दो आषाढ़’ जैसी हो रही है। एक तरफ कोरोना से कमाई बंद-सी हैं और जो खर्चे हैं, वे भी बढ़ गए हैं।
चीजें पूरी नहीं मिलने से दोबारा जाना पड़ रहा है बाजार
ऑड-ईवन की नई व्यवस्था से कितना फायदा हो रहा है पता नहीं, लेकिन लोगों को बाजार जाने पर पूरी चीजें एक बार में नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में उन्हें दोबारा वहां जाना पड़ रहा है। इससे र्इंधन के साथ समय की भी बर्बादी हो रही है।
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