
उज्जैन। धुलेंडी की सुबह महाकाल मंदिर (Mahakal mandir) के गर्भगृह में आग लग गई थी, जिसमें 13 से अधिक लोग बुरी तरह झुलस गए थे। एक महाकाल सेवक की रात में मौत हो गई। उनका इलाज इंदौर में चल रहा था तथा स्थिति बिगडऩे पर मुंबई ले जाया गया था। मृतक सत्यनारायण सोनी महाकाल सेवक थे तथा नि:शुल्क सेवाएँ देते थे और भस्म चढ़ाने के दौरान महिलाओं को सिर पर पल्लू रखने के लिए चिल्ला चिल्लाकर निवेदन करते थे। महाकाल में हुए अग्रिनकांड में घायल की यह पहली मौत है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved