
भोपाल। मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भितरघात करने वाले कांग्रेसियों की पहचान कर ली गयी है। इसके बाद करीब एक दर्जन कांग्रेस नेताओं पर निष्कासन की तलवार लटक रही है। कांग्रेस को पार्टी उम्मीदवारों और सीट प्रभारियों की शिकायती रिपोर्ट मिल चुकी है। रिपोर्ट के बाद कांग्रेस इस बात की पड़ताल कर रही है कि जो तथ्य शिकायतों के साथ पेश हुए हैं, उन में कितनी सच्चाई है और कौन से मामले गंभीर अनुशासनहीनता के दायरे में आते हैं। उसके बाद पार्टी ऐसे फूल छाप कांग्रेसियों की पहचान कर उन्हें पार्टी से निकाल बाहर करेगी। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है 9 विधानसभा सीटों पर भितरघात करने वाले नेताओं की शिकायत मिली है। इसमें प्रमाण भी शामिल हैं। कुछ उम्मीदवार और विधानसभा प्रभारियों ने ऑडियो वीडियो और सोशल मीडिया की इमेज प्रमाण के तौर पर पेश की हैं। उनका अध्ययन पीसीसी स्तर पर हो रहा है। उसके बाद गंभीर अनुशासनहीनता वाले मामलों पर पीसीसी चीफ कमलनाथ एक्शन लेंगे। जिन नेताओं ने चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाया है उन नेताओं के चुनाव लडऩे पर रोक से लेकर 6 साल पार्टी से निष्कासन तक की कार्रवाई की जाएगी। शुरुआती तौर पर कांग्रेस के तकरीबन बारह छोटे बड़े नेताओं के खिलाफ पार्टी को शिकायतें मिली है। इसके अलावा मंडल और ब्लॉक स्तर पर भी भितरघात करने वालों के नाम पीसीसी को मिले हैं।
भितरघाती संभल जाएं
पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने मांग की है कि पार्टी को जल्द से जल्द गड़बड़ करने वाले फूल छाप कांग्रेसियों की पहचान कर उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। पार्टी को अनुशासन के नाम पर एक बड़ा संदेश देते हुए नगरीय निकाय चुनाव से पहले कड़ी कार्रवाई करना चाहिए ताकि भितरघाती संभल जाएं।
वेट एंड वॉच
उप चुनाव के बाद कांग्रेस में मचे अंतर कलह को लेकर भोपाल वेट एंड वॉच की स्थिति में है। प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा-यह कांग्रेस पार्टी का आंतरिक मामला बताया है। कांग्रेस के अंदर ये परंपरा आम बात है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved