7 दिसंबर की 10 बड़ी खबरें

1. गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर MP में भी सड़कों पर उतरे करणी सेना के कार्यकर्ता, आज बुलाया बंद

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (Rashtriya Rajput Karni Sena) के सदस्यों (members) ने जयपुर में संगठन के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Chief Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या (killing) के खिलाफ बुधवार को सड़कों पर उतर कर आक्रोश व्यक्त किया। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत मध्य प्रदेश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया। अब राजपूत समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों ने गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश में बंद का आह्वान किया है। इसको लेकर पुलिस सतर्क हो गई है। भोपाल में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने एमपी नगर के ज्योति टॉकीज चौराहे पर सड़क जाम कर मांग की कि गोगामेड़ी की हत्या में शामिल हमलावरों को मुठभेड़ में मार गिराया जाए। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाए, जिससे राज्य की राजधानी के व्यस्त चौराहे पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई। इंदौर में संगठन के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना दिया।

2. रेवंत रेड्डी बने तेलंगाना के तीसरे मुख्यमंत्री, मल्लू भट्टी ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ; ये रही पूरी कैबिनेट की लिस्ट

चार दिन की खींचतान के बाद आखिरकार रेवंत रेड्डी ने गुरुवार (7 दिसंबर) को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली. हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में लाखों लोगों की मौजूदगी में राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेवंत रेड्डी को शपथ दिलाई. इस खास मौके को लोगों ने खूब सेलिब्रेट किया. रेवंत रेड्डी के साथ मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इनके अलावा नलमदा उत्तम कुमार रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, डुडिल्ला श्रीधर बाबू, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोंडा सुरेखा, डी. अनसूया सीताक्का, तुम्मला नागेश्वर राव, जुपल्ली कृष्णा राव, गद्दाम प्रसाद कुमार ने कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में शपथ ली है. शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुडा जैसे बड़े नाम शामिल रहे. इसके अलावा कांग्रेस के कई और वरिष्ठ नेता भी इस समारोह में मौजूद थे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और सीपीआई महासचिव डी. राजा रेवंत रेड्डी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.

3. नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल ने केंद्रीय मंत्री पद से दिया इस्तीफा, सभी 12 सांसदों के इस्तीफे स्वीकार

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) और प्रह्लाद पटेल (Prahlad Patel) ने पद से इस्तीफा दे दिया है. हाल ही में देश के पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीन राज्यों में जीत हासिल की है. इसी सिलसिले में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल समेत कई सांसदों को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में विधायकी लड़ने का टिकट दिया था. बीजेपी केंद्रीय समिति ने यही फॉर्मूला राजस्थान में भी अपनाया था जहां से उन्होंने अपने कई सांसदों को विधायकी का टिकट देकर चुनाव लड़ने को कहा था. बुधवार (6 दिसंबर 2023) को जीते हुए सांसदों ने अपनी संसद सदस्यता से केंद्रीय नेतृत्व के इशारे के बाद इस्तीफा दे दिया था. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इन नेताओं के इस्तीफे स्वीकार भी कर लिये हैं. सूत्रों का कहना था कि इन नेताओं को राज्य की राजनीति में केंद्रीय लीडरशिप तैयार करने के इरादे के साथ भेजा गया है.

4. रेवंत रेड्डी को तेलंगाना के CM बनने पर PM मोदी ने दी बधाई, कहा- ‘मेरा सहयोग हमेशा रहेगा’

तेलंगाना में मुख्यमंत्री (Chief Minister in Telangana) के तौर पर शपथ लेने वाले रेवंत रेड्डी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुभकामनाएं दी है. इसके साथ में पीएम मोदी ने राज्य के विकास के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर गुरुवार दोपहर पीएम मोदी ने लिखा, “तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर रेवंत रेड्डी गारू को बधाई. मैं राज्य की प्रगति और उसके नागरिकों के कल्याण के लिए हर संभव मदद का आश्वासन देता हूं.” रेवंत रेड्डी ने गुरुवार (7 दिसंबर) को तेलंगाना के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली. हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में लाखों लोगों की मौजूदगी में राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेवंत रेड्डी और उनके कैबिनेट के सहयोगियों को शपथ दिलाई.

5. CM बनने की अटकलों के बीच बाबा बालकनाथ ने सांसदी छोड़ी, स्पीकर को सौंपा इस्तीफा

राजस्थान के अलवर जिले (Alwar district of Rajasthan) से विधायक बनने के बाद बाबा बालकनाथ ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बालकनाथ ने आज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और संसद सदस्यता से इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। वह अलवर जिले की तिजारा से विधायक चुने गए हैं। बाबा बालकनाथ को सीएम बनाने की अटकलें चल रही हैं। हालांकि बीजेपी ने अभी तक किसी के नाम फाइनल नहीं किए हैं। बीजेपी राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। बाबा बालकनाथ अलवर से सांसद थे। इसके साथ ही राजस्थान में बालकनाथ की संभावित भूमिका को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की रेस में जिन नेताओं का नाम लिया जा रहा है उनमें बाबा बालकनाथ भी शामिल हैं। ऐसी अटकलें हैं कि बीजेपी उन्हें राजस्थान में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।

6. महुआ मोइत्रा की बढ़ेंगी मुश्किलें! कल एथिक्स कमेटी सदन में पेश कर सकती है रिपोर्ट

पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप झेल रहीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ सकती हैं। संसद का शीतकालीन सत्र जारी और सूत्रों की मानें तो एथिक्स कमेटी महुआ के खिलाफ जांच रिपोर्ट को लोकसभी में पेश कर सकती है। बीते कई दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं कि एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता भी जा सकती है। सोमवार को शीतकालीन सत्र के शुरू होने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि किसी भी वक्त महुआ के खिलाफ एथिक्स कमेटी लोकसभा में रिपोर्ट पेश कर सकती है। हालांकि, सोमवार को संसद में विपक्ष ने हंगामा किया था, जिसकी वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया था। हालांकि, अब कहा जा रहा है कि शुक्रवार को ये रिपोर्ट पेश हो सकती है। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का कहना है, ‘मुझे नहीं पता कि वे इसे रखेंगे या नहीं।’

7. मलेशिया में काफी व्यस्त रहेगा राहुल गांधी का कार्यक्रम, भारतीय प्रवासियों को भी करेंगे संबोधित

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 8 दिसंबर से साउथ-ईस्ट एशिया के देशों की यात्रा पर रहेंगे। 7 दिन की इस यात्रा में वह मलेशिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देशों का दौरा करेंगे। इनमें से सबसे ज्यादा वक्त वह मलेशिया में गुजारेंगे। मलेशिया की राजधानी में उनका एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का कार्यक्रम है। इसके अलावा वह मलेशियाई प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे और टाइम स्क्वायर होटल में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे। 9 दिसंबर को उनका एमआईसी मुख्यालय में मलेशियाई भारतीय कांग्रेस के साथ बातचीत का भी कार्यक्रम है। राहुल गांधी 8 दिसंबर से दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की 7 दिन की यात्रा शुरू करने वाले हैं। वह 8 दिसंबर की शाम को मलेशिया पहुंचेंगे और 10 दिसंबर तक वहीं रहेंगे। इसके बाद वह 11 दिसंबर को सिंगापुर पहुंचेंगे और 12 दिसंबर तक वहीं रहेंगे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिंगापुर के बाद 13 दिसंबर को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंचेंगे जबकि 14 दिसम्बर को वियतनाम की राजधानी हनोई जाएंगे। इसके बाद वह 15 दिसंबर की रात हनोई से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल इन देशों के के कुछ विश्वविद्यालयों में भारतीय प्रवासियों और छात्रों के कार्यक्रमों को संबोधित करेंगे।

8. फिर इतिहास रचने की तैयारी में ISRO, जानिए मिशन 2025 तक का पूरा प्लान

भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) ने इस साल चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के जरिए सफलता का इतिहास रचा. इस मिशन से भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग (Soft landing on the south pole of the moon) करने वाला पहला और इकलौता देश बन बना. चंद्रयान-3 के बाद आदित्य एल-1 और फिर गगनयान फ्लाइट की सफल टेस्टिंग (Successful testing of Gaganyaan flight) ने झंडे गाड़ दिए. अब इसरो फिर इतिहास रचने की तरफ आगे बढ़ रहा है. इसरो अगले दो सालों में कौन-कौन से मिशन को लॉन्च करेगा, इसकी जानकारी सामने आई है. संसद के शीतकालीन सत्र के प्रश्न काल में सरकार ने अगले दो सालों लॉन्च होने वाले इसरो के स्पेस मिशन की जानकारी दी है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि इसरो 2024 और 2025 में कौन-कौन से मिशन भेजने की योजना बना रहा है. इसमें सबसे ज्यादा चर्चा NISAR और गगनयान मिशन की हो रही है. गगनयन मिशन में 3 लोगों को अंतरिक्ष में भेजा जाना है. यह भारत का पहला ह्यूमन मिशन होगा. इस मिशन में स्पेसक्राफ्ट को धरती से 400 किलोमीटर दूर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा. यह मिशन 3 दिन लंबा होगा. अंतरिक्ष में 3 दिन बिताने के बाद, सभी अंतरिक्ष यात्रियों को समुद्र में सुरक्षित लैंड कराकर धरती पर वापस लाया जाएगा. इस मिशन पर तेजी से काम हो रहा है.

9. 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में बड़े ऐलान की उम्मीद कम : निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने ऐलान किया है कि नागरिकों को 1 फरवरी को पेश होने वाले अंतरिम बजट 2024-25 (Interim Budget 2024) में किसी शानदार घोषणा की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट नई सरकार के गठन के बाद पेश किया जाएगा. बता दें कि 2024 में आम चुनाव होने वाला है और अभी तक इसके तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने एक फरवरी को पेश होने वाले अंतरिम बजट को लेकर सीआईआई के ग्‍लोबल इकोनॉमिक पॉलिसी फोरम (Global Economic Policy Forum) में कहा कि 1 फरवरी का बजट सिर्फ वोट ऑन अकाउंट है. इस कारण अगली सरकार के सत्ता में आने तक खर्चों को पूरा करने वाला बजट है, जिस कारण कोई शानदार ऐलान की उम्‍मीद नहीं करनी चाहिए. उन्‍होंने कहा कि नियमित बजट जुलाई में आएगा और तबतक इंतजार करना होगा.

10. कमलनाथ के इस्तीफे की खबर, पार्टी ने बताया क्या है सच?

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) के मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा (Resignation from the post of Madhya Pradesh Congress President) दिए जाने की खबरें आई थीं, हालांकि पार्टी ने इससे इनकार किया है. सामने आया था कि पार्टी हाईकमान जल्द ही नये अध्यक्ष पर फैसला करेगा. हालांकि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम भी रहे कमलनाथ का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे दिए जाने की आशंका लगातार जताई जा रही है. उन्होंने दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मंगलवार शाम को मुलाकात की थी. ये बैठक खड़गे के आवास पर हुई. मीटिंग में एआईसीसी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक बैठक के बाद आलाकमान ने मध्य प्रदेश में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए कमलनाथ को निर्देश दिए थे. बीजेपी ने मध्य प्रदेश में बंपर जीत हासिल की है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने सूबे की 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें हासिल कीं, जबकि कांग्रेस ने 66 सीटों पर ही सिमट गई. राज्य में 17 नवंबर को चुनाव हुए थे, जबकि परिणामों का ऐलान 3 दिसंबर को किया गया था. दिल्ली में हाईकमान से मुलाकात से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह दी थी कि वे हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हार से निराश न हों, बल्कि कमर कस लें और लोकसभा चुनावों की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करें. पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश करते हुए कमलनाथ ने आपातकाल के बाद 1977 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार को याद किया, जब इंदिरा गांधी और संजय गांधी जैसे दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा था और कैसे पार्टी ने वापसी की और तीन बार प्रभावशाली जीत दर्ज की.

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