डेढ़ महीने में आएगा 10वीं-12वीं का रिजल्ट

  • स्कूलों में परीक्षा का दौर जारी
  • मार्च के तीसरे सप्ताह तक सभी परीक्षाएं खत्म…एक सप्ताह बाद परिणाम

इंदौर। स्कूलों में परीक्षाओं का दौर शुरू हो गया है। कक्षा 3 से 12वीं तक ज्यादातर कक्षाओं की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। पांचवीं-आठवीं और नौवीं- ग्यारहवीं कक्षाओं की परीक्षाएं 6 मार्च से शुरू हो जाएंगी, जो क्रमश: 1 व 2 सप्ताह में खत्म हो जाएंगी। दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं। 12वीं कक्षा की परीक्षा के मेन पेपर हो चुके हैं। बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम इस बार 15 अप्रैल तक जारी करने की तैयारी में मूल्यांकन किया जा रहा है।

माध्यमिक शिक्षा मंडल और राज्य शिक्षा केंद्र के अंतर्गत संचालित होने वाली कक्षा 3 से 12वीं तक की परीक्षाएं मार्च के तीसरे सप्ताह तक पूरी हो जाएंगी। वर्तमान में कक्षा 3 और 4 के साथ कक्षा 6 और 7 की परीक्षाएं कल से शुरू हुई हैं, जो 4 मार्च तक चलेंगी। इन कक्षाओं में सरकारी स्कूल के 50000 विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। 6 मार्च से पांचवीं-आठवीं बोर्ड की परीक्षाएं और हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल में नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षाएं शुरू होंगी, जो 23 मार्च तक पूरी कर ली जाएंगी। लोकल कक्षाओं के परिणाम 31 मार्च तक जारी हो जाएंगे। वहीं 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम भी 15 अप्रैल तक देने की तैयारी की जा रही है। मंडल की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है कि मूल्यांकन कार्य समय पर पूरा किया जाए। हालांकि परीक्षा और मूल्यांकन एक साथ होने से मूल्यांकन कार्य की गति धीमी ही चलेगी। अब अधिकारियों की कार्यकुशलता रहेगी कि वह मूल्यांकन समय पर कर कैसे गति देते हैं और तय समय पर उत्तरपुस्तिकाएं जांचकर 10 अप्रैल परिणाम की डेटलाइन तक अपना काम पूरा करने की मशक्कत रहेगी।

पांचवीं-आठवीं की तैयारी कमजोर
राज्य शिक्षा केंद्र पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं 6 से 14 मार्च के बीच आयोजित कर रहा है। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से शुरुआत में परीक्षा केंद्र बनाने को लेकर ही दिक्कत आ गई थी। फिर जो छात्र जिस स्कूल में है वहीं पर परीक्षा देने के निर्देश दिए गए। यानी विद्यार्थियों को परीक्षा देने के लिए दूसरे केंद्र पर नहीं जाना होगा। लगातार 3 वर्ष से बोर्ड आधार पर पांचवीं-आठवीं की परीक्षाएं कराई जा रही हैं, लेकिन परिणाम और उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी राज्य शिक्षा केंद्र का लचर ही रहा है, जिसके कारण विभाग की किरकिरी होती आई है।

मूल्यांकन के कारण रहेगी दिक्कत
आगामी लोकसभा चुनाव तैयारी को देखते हुए इस बार मंडल ने तकरीबन 25 दिन पहले 10वीं 12वीं की परीक्षाएं आयोजित की है और मूल्यांकन कार्य भी एक सप्ताह से शुरू कर दिया है इसी बीच अन्य कक्षाओं की परीक्षाएं जारी रहने से मूल्यांकन का केंद्र पर पूरी क्षमता के साथ शिक्षकों पर पहुंचना संभव नहीं है इसलिए मूल्यांकन व्यवस्था इस बार लचर और चुनौती पूर्ण रहना तय है।

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