आज से शुरू हुई 12वीं बोर्ड की परीक्षा..विद्यार्थी पहुँचे

  • परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले केन्द्रों पर लगी विद्यार्थियों की भीड़
  • शहर सहित जिले में 76 परीक्षा केंद्र, चेकिंग के बाद दिया प्रवेश

उज्जैन। एक दिन पहले कक्षा 10वीं की परीक्षा शुरू हो गई थी और आज से 12वीं बोर्ड की परीक्षा आरंभ हो गई है। परीक्षा के लिए उज्जैन शहर समेत पूरे जिले में 76 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर आज सुबह 16 हजार 880 विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे। सभी परीक्षा केद्रों पर परीक्षार्थियों को सघन चेकिंग के बाद प्रवेश दिया गया। आज 12वीं का पहला हिन्दी का पर्चा होने के कारण परीक्षार्थी निर्धारित समय से एक घंटा पहले पहुंच गए थे।

आज मंगलवार से 12वीं बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार बोर्ड परीक्षाओं को बेहतर ढंग से आयोजित करने के लिए व्यवस्था में बदलाव किया है। उज्जैन शहर सहित जिले में कुल 76 केन्द्रों पर सुबह 9 बजे से 12वीं की परीक्षा आरंभ हुई। दशहरा मैदान स्थित शा. कन्या उ.मा.वि. पर बने परीक्षा केन्द्र आज सुबह परीक्षा शुरु होने के करीब 1 घंटे पहले परीक्षार्थी पहुंच गए थे। परिसर में लगे नोटिस बोर्ड पर कई विद्यार्थी अपने रोल नंबर तलाशते नजर आ रहे थे। कक्ष में प्रवेश से पहले तथा केन्द्र के मुख्य द्वार पर भी विद्यार्थियों की चेकिंग की जा रही थी तथा प्रवेश पत्र की जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था। परीक्षा कक्ष में विद्यार्थियों को आधे घंटे पहले प्रवेश दिया जा रहा था। अन्य परीक्षा केन्द्रों पर भी सुबह ऐसे ही नजारे थे।

3 तरह के बनाए प्रश्र पत्र के लिफाफे
आज सुबह परीक्षा केन्द्रों के करीबी पुलिस थानों पर कलेक्टर प्रतिनिधि के नेतृत्व में प्रश्र पत्र के लिफाफे लिए गए और उन्हें केन्द्र पहुंचाया गया। अधिकारियों के मुताबिक पर्यवेक्षक को अपनी-अपनी कक्षाओं में इन्हें खोलने के निर्देश है। प्रश्न पत्र के बंडल तीन तरह के बंडल बनाए है, जो 20, 40 और 60 प्रश्न पत्र होंगे। यह लिफाफे पर्यवेक्षक को कक्षा में मौजूद विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से दिए गए।

बंद रखना है मोबाइल
परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इस बार कलेक्टर प्रतिनिधि की जिम्मेदारी बढ़ाई है। थाने से प्रश्न पत्र केंद्र तक पहुंचने के अलावा उन्होंने विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र बांटने तक वहां रुकने के निर्देश है। साथ ही केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक सहित स्कूल के अन्य स्टाफ व सदस्यों के मोबाइल फोन को बंद करवाना है। वहीं सभी फोन को सील बंद लिफाफे में रखना अनिवार्य किया गया है।

टीमें लगातार कर रही निगरागी
बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने पुख्ता इंतजाम कर रखे है। उज्जैन जिले में 12वीं की परीक्षा के लिए 76 स्कूलों को केंद्र बनाया है। जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में टीमें बनाई है, जो सरकारी के अलावा निजी स्कूलों में बनाए गए केंद्रों पर नजर रख रही है। इसके अलावा संयुक्त संचालक की टीमें केंद्रों में जाएंगी। जबकि एसडीएम को भी अपने-अपने दायरे में आने वाले केंद्रों पर नजर रखने के निर्देश है।

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