पीथमपुर औद्योगिक इकाइयों के लिए 200 मेगावाट बिजली की क्षमता बढ़ेगी

– हाइटेक पैंथर लाइन का काम शुरू

– 3 करोड़ खर्च कर रही बिजली कंपनी

इन्दौर। औद्योगिक इकाइयों को बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पीथमपुर सेक्टर 3 (Pithampir-3) में अत्याधुनिक पैंथर लाइन (Panther Line) का काम शुरू हो गया है। बारिश के पहले इसे पूरा करने का दावा भी बिजली कंपनी की ओर से किया जा रहा है। इस अत्याधुनिक बिजली लाइन डालने के बाद क्षेत्र के तकरीबन 500 औद्योगिक औद्योगिक इकाइयों को और बेहतर बिजली मिल पाएगी।

पीथमपुर में उद्योग इकाइयों को तकरीबन 1000 मेगावाट बिजली की आवश्यकता रहती है। नई हाईटेक पैंथर लाइन का काम बेटमा ग्रीन के सेक्टर 3 में शुरू हो चुका है।  इसके बाद पीथमपुर में विद्युत वितरण क्षमता 1200 मेगावाट के करीब पहुंच जाएगी, यानी नई पैंथर लाइन से 200 मेगावाट बिजली वितरण की क्षमता बढ़ेगी, जिससे सेक्टर 3 के 500 से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों को और ज्यादा बेहतर बिजली आपूर्ति मिल पाएगी। इस पर बिजली कंपनी तीन करोड़ रुपए खर्च कर रही है। राज्य शासन विकास और औद्योगिकीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इसी क्रम में पीथमपुर में भी पुराने व नए उद्योगों को गुणवत्तापूर्ण और हाईटेक तरीके से बिजली वितरित करने के सघनतम प्रयास किए जा रहे हैं। पीथमपुर के आयशर मोटर्स सभागार में पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्य़क्ष  गौतम कोठारी की मौजूदगी में हुई मिटिंग में यह जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि यहां सेक्टर 3 में एक ओर नया अति उच्चदाब स्टेशन बनाया जा रहा  है। इसी तरह तीन करोड़ की लागत से चायड़ीपुरा बेटमा से सेक्टर नंबर 3 तक 33 केवी की हाईटेक पैंथर लाइन डाली जा रही है। इसके अलावा पीथमपुर के तीनों सेक्टरों से संबद्ध प्रत्येक ग्रिड में बिजली वितरण कार्य और सुधार के लिए जरूरी कार्य किए जा रहे हैं।

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मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के आदेश पर हुई इस महत्वपूर्ण मिटिंग में फोर्स मोटर्स के सतीश कुमट, आयशर मोटर्स के संजय गोयल, पोरवाल ऑटो के  देवेंद्र जैन, प्रतिभा सिंटेक्स के  एलजी नचवानी, गुजरात अंबुजा के अतुल कुमार, एसआरएफ के  दिनेश मिश्रा आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे। उद्योग संचालकों द्वारा जरूरी कार्य के लिए समय पर शटडाउन देने, शटडाउन के लिए पूर्व सूचना प्रदान करने आदि के बारे में सुझाव दिए गए। बिजली कंपनी ने प्रत्येक उद्योग संचालकों से आह्वान किया कि परिसरों की बिजली व्यवस्था, उपकरणों का संचालन ऐसा किया जाए कि सभी को पॉवर फैक्टर का प्रत्येक बिल में लाभ मिले। यह उद्योग संचालकों एवं बिजली कंपनी दोनों के लिए हितकर होगा। बिजली कंपनी की ओर से  मुख्य अभियंता  पुनीत दुबे, अधीक्षण यंत्री मुख्यालय निर्मल शर्मा, अधीक्षण यंत्री इंदौर ग्रामीण डॉ. डीएन शर्मा, पीथमपुर के कार्यपालन यंत्री टीसी चतुर्वेदी आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।

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