इटावा लायन सफारी में बब्बर शेर के 5 शावकों का जन्म और 4 की मौत!

लखनऊ (Lucknow)। UP के लखीमपुर खीरी स्थित दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र (Dudhwa Tiger Reserve Area) में 4 बाघों की मौत के बाद अब इटावा लायन सफारी (Etawah Line Safari) में बब्बर शेर (Babbar Sher) के 4 शावकों की मौत से हड़कंप मच गया है। जुलाई माह शुरू होते ही इटावा लायन सफारी में एक आश्चर्यजनक घटना घटित हुई, जहां पहली बार सोना नाम की बब्बर शेरनी ने 100 घंटे के भीतर 5 शावकों को जन्म देकर देश-प्रदेश के वन्य जीव विशेषज्ञों को हैरान कर दिया! तो वहीं दूसरी ओर देखते ही देखते एक के बाद एक 4 शावकों की मौत हो जाने से हड़कंप मच गया। जिसे देखते हुए अब वन विभाग ने इटावा लॉयन सफारी में घटित इस घटना की केस स्टडी के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है. ये कमेटी अब भविष्य में बब्बर शेरो के संरक्षण और प्रबंधन के लिए इटावा लॉयन सफारी में बब्बर शेरनी सोना के प्रसव से जुड़े सभी साक्ष्यों और अभिलेखों का अध्ययन करेगी और फिर बब्बर शेरो से जुड़े गुजरात के साथ भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के विशेषज्ञों के सहयोग से केस स्टडी तैयार कर 31 जुलाई तक उत्तर प्रदेश वन विभाग को सौपेंगी।


दरअसल, कुछ वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की पहली लॉयन सफारी इटावा में गुजरात के शक्करबाग प्राणी उद्यान से बब्बर शेर लाये गए थे। वर्तमान में यहां 17 बब्बर शेर है। इस दौरान वन विभाग के मुताबिक बीते 6 जुलाई को सोना नाम की बब्बर शेरनी ने सबसे पहले दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर पहले शावक को जन्म दिया। फिर 10 जुलाई को शाम 8 बजे तक करीब 100 घंटे के अंदर बब्बर शेरनी सोना ने 4 अन्य शावकों को जन्म दिया. लेकिन इन चारों शावकों की देखते ही देखते एक-एक कर 13 जुलाई की सुबह 11 बजकर 55 मिनट तक मौत हो गई। जिसकी सूचना मिलते ही इटावा लायन सफारी से लेकर राजधानी लखनऊ तक हड़कंप मच गया।

हालांकि वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक देश-प्रदेश में ये पहला मामला है जब किसी बब्बर शेरनी ने 100 घंटे के भीतर 5 शावकों को जन्म दिया। इस घटना से देश-प्रदेश के सभी वन्यजीव विशेषज्ञ आश्चर्यचकित है, क्योंकि आमतौर पर शेरनी 24 से 30 घंटे के अंदर ही अपने सभी शावकों को जन्म दे देती है. लेकिन 100 घंटे के अंदर बब्बर शेरनी सोना द्वारा 5 शावकों को दिए गए जन्म और उनमें से 4 की मौत ने सभी को हैरान कर दिया है।

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