टूरिस्ट वीजा पर रूस गए 7 भारतीयों को जबरन जंग में उतारा, MP ने की सुरक्षित वापसी की मांग

नई दिल्ली (New Delhi)। रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia and Ukraine war) में पटियाला के एक नौजवान समेत सात भारतीयों (Seven Indians) को जबरन फौज में भर्ती (Forced recruitment into the army) कर जंग के मैदान में उतारने के मामले में पटियाला से सांसद (Patiala MP) परनीत कौर (Preneet Kaur) ने बड़ा कदम उठाया है।

परनीत ने विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar.) को पत्र लिखकर सातों भारतीयों को वापस सुरक्षित देश लाए जाने की मांग की है। परनीत ने पत्र में कहा है कि उनके संसदीय क्षेत्र पटियाला में पड़ने वाले गांव डकाला के रहने वाले नायब सिंह का बेटा गुरप्रीत सिंह जनवरी में टूरिस्ट वीजा पर रूस गया था। वह उन सात भारतीय नागरिकों में से एक है, जिन्हें रूसियों ने पकड़ लिया और फौज में भर्ती कर जंग में उतार दिया।

नौकरी की तलाश में गया था रूस.
परनीत कौर ने पत्र में बताया गुरप्रीत का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और वह रसोइया या ड्राइवर की नौकरी पाने की उम्मीद में रूस गया था। उसके परिवार ने आकर मुझसे मुलाकात की और अपने बेटे को सुरक्षित वापस लाने के लिए मदद मांगी है। उन्होंने बताया हाल ही में इन सात लड़कों का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वे बचाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने स जयशंकर से आग्रह करते हुए यह मांग की है कि वे तुरंत मामले में हस्तक्षेप करें और सभी की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करें।

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