हिंडनबर्ग को परास्‍त कर देगा अडानी यह कदम, शेयरों में आएगी तेजी!

नई दिल्ली (New Delhi)। रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन अडाणी समूह (Dani Group) की प्रमुख कंपनी में शामिल अडाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का शेयर सात फीसदी ज्यादा की गिरावट देखी गई।

जानकारी के लिए बता दें कि हिंडनबर्ग विवाद के बाद संकट में घिरे गौतम अडानी समूह ने अपनी कुछ कंपनियों के स्वतंत्र ऑडिट के लिए अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन को नियुक्त किया है। हिंडनबर्ग विवाद के बाद अपने बचाव के लिए अडानी ग्रुप की यह अब तक की सबसे बड़ी कोशिश है।


दरअसल, शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयर से लेकर बॉन्ड तक को तगड़ा नुकसान हुआ है। अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर आधी हो गई।

न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अडानी समूह ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद कानूनी अनुपालन, संबंधित पक्ष लेनदेन और इंटरनल कंट्रोल से संबंधित मुद्दों पर अलग-अलग से मूल्यांकन पर विचार कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि अडानी समूह की कुछ कंपनियों के स्वतंत्र ऑडिट करने के लिए ग्रांट थॉर्नटन को हायर किया गया है। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर और अकाउंट फ्रॉड जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, हालांकि, अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को गलत और निराधार बताया। पिछले तीन हफ्तों में समूह की सात लिस्टेड कंपनियों के शेयरों के बाजार में लगभग 120 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।

अडानी ने बैलेंस शीट को बताया मजबूत
बता दें कि अडानी समूह ने कहा कि उसकी हर कंपनी की बैलेंस शीट बहुत स्वस्थ है। इसके साथ ही हमारे पास मजबूत कॉर्पोरेट गर्वनेंस और सुरक्षित संपत्ति है। इससे पहले ब्लूमबर्ग न्यूज की एक रिपोर्ट में बताया गया कि स्थिति को सामान्य करने के लिए अडानी समूह ने अपने राजस्व वृद्धि लक्ष्य को 50 प्रतिशत तक घटा दिया है और पूंजीगत व्यय में कटौती करने की योजना बना रहा है।

जानिए क्या है मामला?
अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट में अडानी समूह पर अपनी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में हेरफेर और शेल कंपनियों के बनाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के बाद अडानी ग्रुप के शेयर में गिरावट का जो सिलसिला शुरू हुआ, वो अब तक बरकरार है। इस वजह से अडानी समूह के मार्केट कैपिटल का लगभग आधा हिस्सा घट गया है। रिपोर्ट के बाद विदेशी बैंकों और रेटिंग एजेंसियों ने भी अडानी समूह पर कार्रवाई की है। इनमें क्रेडिट सुइस, सिटीग्रुप और स्टैंडर्ड चार्टर्ड के अलावा रेटिंग एजेंसी मूडीज शामिल है।

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