60 साल बाद धनतेरस पर शनि और गुरु की युति में पुष्य नक्षत्र

  • खरीदारी का महामुहूर्त

इंदौर। दीपावली (Diwali) से पहले धनतेरस (Dhanteras) के त्योहार (Festivals) पर खरीदारी की पुरानी परंपरा है। इस साल दीपावली (Diwali) और धनतेरस (Dhanteras) से पहले खरीदारी के कई खास योग बनने जा रहे हैं। दीपावली (Diwali) से पहले खरीदारी के लिए महामुहूर्त गुरु पुष्य नक्षत्र (Mahamuhurta Guru Pushya Nakshatra) 60 साल बाद शनि-गुरु की युति में आ रहा है। इस बार धनतेरस (Dhanteras) पर जमकर खरीदारी होगी।
28 अक्टूबर को मकर राशि (Capricorn) में शनि-गुरु (Saturn-Guru) की युति रहेगी और पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) की शुभता को बल मिलेगा। इस दिन सुबह 6.33 से 9.42 तक सर्वार्थसिद्धि योग भी बनेगा। ग्रह गोचर में पुष्य नक्षत्र के स्वामी और उपस्वामी की युति लगभग 60 साल बाद बन रही है। इससे पहले साल 1961 में ये दुर्लभ संयोग बना था। पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना जाता है। इस नक्षत्र पर शनि और गुरु (Saturn,Guru) की विशेष कृपा होती है। शनि शक्ति और ऊर्जा के स्वामी माने जाते हैं, जबकि गुरु ज्ञान और धन का कारक होते हैं। इस साल गुरुवार 28 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) के दिन शनि और गुरु दोनों एक साथ मकर राशि (Capricorn) में विराजमान रहेंगे। इस दौरान नई वस्तुओं की खरीदारी करने से घर में शुभता बढ़ेगी।

इन क्षेत्रों में निवेश करने से होगा लाभ
शनि-गुरु (Saturn,Guru) की इस युति का व्यापार, उद्योग में अच्छा असर देखा जा सकता है। ऐसे में बीमा पॉलिसी, वाहन (Insurance Policy,Vehicle), विभिन्न प्रकार की योजनाओं में निवेश, लोहा, सीमेंट, ऑइल कंपनी, कपड़ा, लकड़ी और इलेक्ट्रॉनिक्स (Investment, Iron, Cement, Oil Company, Textile, Wood, Electronics) से जुड़े क्षेत्र में निवेश या खर्च करने से लाभ मिलेगा। वहीं दूसरी ओर बृहस्पति की अनुकंपा से शिक्षा और मेडिकल साइंस जैसे क्षेत्रों में सफलता मिल सकती है।

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