प्रशासन पर लगाए भाजपा प्रत्याशी को लाभ पहुंचाने के तमाम आरोप

अशोकनगर। विधानसभा उपचुनाव में अशोकनगर विधानसभा क्रमांक 32 से कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने जिला निर्वाचन अधिकारी से आमरण अनशन पर बैठने की मांग को ले कर पत्र दिया है। इस मामले में शनिवार को मप्र कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने अशोक नगर विधानसभा में स्वतंत्र और निष्पक्षता के संवैधानिक अधिकार की मांग को लेकर अनशन पर बैठने की अनुमति मांगी है। 
अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि विगत 14 अक्टूबर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सभा से पहले अशोकनगर में अवैध होर्डिंग नगर पालिका की फर्जी अनुमति के साथ सरकारी प्रचार हेतु लगाए गए, साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं के होर्डिंग अभी भी लगे हुए हैं, जिन में अधिकारियों की सांठगांठ से फर्जी अनुमति लगी है। उन्होंने पत्र में बताया है कि 17 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह  जज्जी के द्वारा पंचायत सचिवों की बैठक वेदांत भवन में बुलाई गई थी। इस संबंध में भी साक्ष्य प्रस्तुत कर शिकायत की गई है लेकिन सामान्य सी धारा 188 लगाकर प्रकरण पंजीबद्ध किया और कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। भाजपा प्रत्याशी के नामांकन को लेकर 17 अक्टूबर को आपत्ति दायर की गई थी, उस पर भी बिना कोई जांच-पड़ताल के आपत्ति को खारिज कर दिया गया। वही 18 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी द्वारा कस्तूरी गार्डन में मतदाताओं को भोजन कराकर मतदान को प्रभावित करने का कार्य किया गया। इस मामले में भी प्रशासन द्वारा कोई ठीक कार्यवाही नहीं की। प्रशासन का ऐसा रवैया निष्पक्ष मतदान पर सवालिया निशान खड़े करता है। कांग्रेस द्वारा 19 अक्टूबर को प्रशासनिक रवैया और रिटर्निंग ऑफिसर रवि मालवीय की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते हुए सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंपकर उन्हें हटाने की मांग की गई, लेकिन आज तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। 
खान ने बताया कि 20 अक्टूबर को जिला भू अभिलेख अधिकारी द्वारा एक पत्र जारी कर तहसीलदार के माध्यम से समस्त पटवारियों को 3 दिन के अंदर मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लाभ देने को निर्देशित किया गया था, जो कि आर्थिक लाभ द्वारा मतदाताओं को लुभाने का तरीका है जबकि आचार संहिता प्रभाव सील है और यह खुले तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है। वही 23 अक्टूबर को सामान्य प्रेक्षक को अवैध होर्डिंग हटाने और फर्जी अनुमति के संबंध में जांच के लिए आवेदन दिया गया, इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
उन्होंने यह भी बताया कि 22 अक्टूबर को हाईकोर्ट गाइडलाइन के अंतर्गत शिवराज सिंह चौहान की शाढोरा में होने वाली आम सभा की अनुमति रद्द होने के बावजूद भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी द्वारा विधानसभा के शाढोरा तहसील में आम सभा करके जनता को संबोधित किया गया इसकी शिकायत भी प्रेक्षक महोदय को की गई है लेकिन इस मामले में भी अभी तक कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली है। आज 24 अक्टूबर को कचनार के पटवारी कालूराम मेहरा के प्रतिनिधि द्वारा गांव में जाकर मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के फार्म भरे जा रहे थे और राशि का लालच देकर भाजपा को वोट करने का दबाव बनाया जा रहा था। ऐसे कई मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रशासन की कार्यप्रणाली इस चुनाव में कई सवालिया निशान खड़े कर रही है जबकि यह लोकतंत्र का यज्ञ है और प्रशासन को निष्पक्ष कार्य करने चाहिए जबकि प्रशासन भाजपा को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रहा है। 
कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे का सीधा सीधा आरोप है कि जिला निर्वाचन अधिकारी अभय वर्मा और रिटर्निंग ऑफिसर रवि मालवीय भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी को चुनाव में लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रहे इन दोनों अधिकारियों के रहते अशोक नगर विधानसभा में निष्पक्ष मतदान नहीं हो सकता। कांग्रेस प्रत्याशी आशा दौरे ने जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि चुनाव का निष्पक्ष और स्वतंत्र संचालन हो इस मांग को लेकर अनशन पर बैठना मेरा संवैधानिक अधिकार है और उन्होंने जिला प्रशासन से दिनांक 25 अक्टूबर को सुबह 10 बजे भूख हड़ताल पर बैठ कर अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की मांग की जाने की बात की है।

Leave a Comment