भजनलाल मंत्रिमंडल की सूची को अमित शाह देंगे फाइनल टच, वसुंधरा राजे पर क्‍या असर होगा

नई दिल्‍ली (New Dehli) । राजस्थान (Rajasthan)के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Chief Minister Bhajan Lal Sharma)आज दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं (Top leaders of BJP)से मिलेंगे। दरअसल मंत्रियों (ministers)की संभावित सूची अमित शाह के पास है। ऐसे में चर्चा है कि सीएम भजन लाल के साथ अमित शाह चर्चा करेंगे औऱ सूची को फाइनल टच देंगे। राजस्थान के सियासी गलियारों में चर्चा है कि मंत्रिमंडल गठन में युवाओं को मिलेगा। वसुंधरा राजे के करीबियों को मौका नहीं मिलेगा। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पहले चरण में 10 कैबिनेट औऱ 5 राज्यमंत्री बनाए जा सकते है। बता दें सीएम भजन लाल और दोनों डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा बुधवार शाम को ही दिल्ली चले गए थे। सीएम गुरुवार आज सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। वहीं पर मंत्रिमंडल को लेकर सूची तैयार होगी। माना जा रहा है कि कल दोपहर बाद जैसे ही सीएम भजनलाल शर्मा दिल्ली से वापस आएंगे उसके अगले 2 दिन में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे के करीबियों को मंत्रिमंडल में एंट्री नहीं मिलती है तो फिर असंतोष से स्वर तेज हो सकते है।

मंत्रियों की लिस्ट तैयार

पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार दिल्ली के कोर ग्रुप की बैठक में लिस्ट तैयार कर ली गई है। सूची अमित शाह के पास पहुंच गई है। माना जा रहा है कि भजन लाल शर्मा अमित शाह मिलेंगे और सूची को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। चर्चा है कि इस भजन कैबिनेट में वसुंधरा राजे की छाप दिखाई नहीं देगी। नए चेहरों को शामिल किया जाएगा। ऐसे में वसुंधरा राजे समर्थकों को मंत्री बनने का अवसर नहीं मिलेग। हालांकि, क्षेत्रीय औऱ जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। माना जा रहा है कि वरिष्ठ और अनुभवी विधायकों में से एक-दो को ही मौका मिल सकता है। ऐसे में चर्चा है कि किरोड़ी लाल मीणा को शायद मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिले। उनके स्थान पर एसटी के किसी दूसरे विधायक को मौका मिल सकता है। हालांकि, कैबिनेट के गठन में पेच फंसा हुआ है। इसलिए देरी हो रही है। चर्चा है कि वसुंधरा राजे के समर्थकों को मंत्री नहीं बनाने से राजनीतिक मैसेज गलत जा सकता है। इसलिए मंत्रिमंडल के गठन में देरी हो रही है।

23 या 24 दिसंबर को हो सकता है गठन

सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल का विस्तार 23 या 24 दिसंबर को हो सकता है, क्योंकि 20 से 22 दिसंबर तक राज्यपाल कलराज मिश्र उदयपुर के दौरे पर है। राज्यपाल के उदयपुर से वापस लौटने के बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार संभव है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले दो दिन बाद भजन लाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। फिलहाल तारीख को लेकर संशय है। कब विस्तार होगा। लेकिन माना जा रहा है कैबिनेट के गठन में देरी नहीं होगी। क्योंकि लोकसभा चुनाव सामने है। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ही मंत्री बनाएं जाएंगे। मंत्रिमंडल में जातीय एवं क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखा जाएगा।

वसुंधरा राजे पर क्या असर

राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि वसुंधरा राजे के करीबियों के बीजेपी आलाकमान पहले टिकट काट दिए थे। हालांकि, राजे बड़ी संख्या में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने में सफल भी रही है। जो विधायक जीते है। उन्हें अगर मंत्री नहीं बनाया जाता है तो जाहिर सी बात है वसुंधरा कैंप में नाराजगी बढ़ेगी। मंत्रिमंडल गठन के बाद बयानबाजी का दौर शुरू हो सकता है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे की भले ही पार्टी आलाकमान ने अनदेखी कर दी हो, लेकिन सियासी तौर पर राजे अब भी बीजेपी की बड़ी नेता है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे फिलहाल चुप्पी साधे हुए है।

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