मुइज्जू का एक और भारत विरोधी निर्णय, मालदीव की सेना को सौंपा भारतीय हेलीकॉप्टरों और क्रू का कंट्रोल

माले (Male) । मालदीव (maldives) के रक्षा बल (Defence Force) ने गुरुवार को कहा कि भारत से दिए गए हेलीकॉप्टर (helicopter) और उसका परिचालन करने वाले असैन्य चालक दल पर मालदीव का संचालन अधिकार होगा। मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) के लिए योजना, नीति और संसाधन प्रबंधन के प्रधान निदेशक कर्नल अहमद मुजुथाबा मोहम्मद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए चर्चा जारी है।

मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों की वापसी की डेडलाइन दी
सरकारी प्रसारक ‘पीएसएम न्यूज’ ने बताया कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने मालदीव में 10 मई के बाद किसी भी विदेशी सैन्य टुकड़ी को तैनात रहने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। पिछले हफ्ते, भारत ने कहा कि तकनीकी विशेषज्ञों की उसकी पहली असैन्य टीम द्वीपीय राष्ट्र में एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाले सैन्य कर्मियों की जगह लेने के लिए मालदीव पहुंच गई है।

भारतीय असैन्य कर्मियों की पहली टीम मालदीव पहुंची
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 29 फरवरी को साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ”उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर को संचालित करने के लिए तकनीकी कर्मियों की पहली टीम मालदीव पहुंच गई है। यह उन मौजूदा कर्मियों की जगह लेगी जो इस प्लेटफॉर्म का संचालन कर रहे थे।” भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी के मुद्दे को संबोधित करने के लिए गठित उच्च स्तरीय कोर समूह की दूसरी बैठक के बाद मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत 10 मई तक दो चरणों में अपने सभी सैन्य कर्मियों को हटा लेगा।

भारत से तनाव बढ़ा रहे मुइज्जू
मालदीव के साथ भारत के रिश्ते उस समय तनाव में आ गए जब चीन समर्थक नेता माने जाने वाले मुइज्जू ने नवंबर में राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद कहा कि वह अपने देश से सभी भारतीय सैन्य कर्मियों को बाहर करने के अपने चुनावी वादे को निभाएंगे। मालदीव के नए राष्ट्रपति ने पद संभालने के बाद भारत के खिलाफ कई बड़े फैसले किए हैं।

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