iPhone की सेल घटने से Apple की सालाना आय में 4.21% की गिरावट

नई दिल्ली (New Delhi)। एप्पल (Apple) ने हाल ही में पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (fourth quarter last financial year) के नतीजे घोषित कर दिए हैं. कंपनी ने बताया है कि उन्होंने पिछली तिमाही (last quarter) में 90.8 अरब डॉलर ($90.8 billion) का रेवेन्यू जनरेट (Revenue generated) किया है, जो पिछले साल इसी तिमाही के मुकाबले 4.21 परसेंट कम है. फॉरेन एक्सचेंज (Foreign exchange) पर ईयर-ऑन-ईयर निगेटिव प्रभाव (Year-on-year negative impact) पड़ने की वजह से कंपनी की आय कम हुई है।

हालांकि, इसके बाद भी कंपनी मुनाफे में है. ब्रांड को 23.6 अरब डॉलर का फायदा हुआ है, जो पिछले साल के मुकाबले 2.47 परसेंट कम है. अर्निंग कॉल के दौरान Apple CEO Tim Cook ने कहा कि कंपनी ने एक दर्जन से ज्यादा रीजन और देशों में रिकॉर्ड रेवेन्यू हासिल किया है।

कई मार्केट में बढ़ी सेल
कंपनी ने लैटिन अमेरिका और मिडिल ईस्ट के साथ कनाडा, इंडिया, स्पेन और तुर्कि में मार्च क्वार्टर में रिकॉर्ड कमाई की है. ऐपल का कहना है कि उन्हें चीन समेत कई मार्केट में पॉजिटिव ग्रोथ दिख रही है. पिछले साल के मुकाबले प्रोडक्ट रेवेन्यू 10 परसेंट घटकर 66.9 अरब डॉलर हो गया है।

ऐपल का कहना है कि अमेरिका और यूरोप में सोलर पावर और विंड पावर में भी निवेश कर रहे हैं. भारत की बात करें, तो कंपनी की ग्रोथ यहां डबल डिजिट में रही है. टिक कुक ने बताया, ‘जैसा, मैं पहले भी कह चुका हूं, मैं इसे (भारत को) एक इनक्रेडिबल मार्केट की तरह देखता हूं और ये हमारे लिए मुख्य फोकस है।

भारत में बहुत संभावनाएं हैं- टिम कुक
उन्होंने कहा कि भारत में हमने कुछ ही स्टोर पिछले साल खोले हैं, और हमें जहां बहुत सी संभावनाएं दिखती हैं. हम अपने चैनल्स का विस्तार करते रहेंगे. इसके साथ ही हम डेवलपर्स इकोसिस्टम पर भी काम कर रहे हैं. हमें इस बात की बहुत ही खुशी है कि यहां पर तेजी से बढ़ रहे डेवलपर्स हैं।

बता दें कि iPhone के जरिए कंपनी की आय 46 अरब डॉलर रही है, जो पिछले साल के मुकाबले 10 परसेंट कम है. वहीं iPad का रेवेन्यू 5.6 अरब डॉलर है, जो पिछले साल के मुकाबले 17 परसेंट कम है। हालांकि, मैक का रेवेन्यू बढ़ा है. ये 7.5 अरब डॉलर है, जो पिछले साल के मुकाबले 4 परसेंट ज्यादा है. वियरेबल, होम और एक्सेसरीज का रेवेन्यू भी 10 परसेंट घटकर 7.9 अरब रह गया है. कंपनी की तमाम सर्विसेस के लिए पेड सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर 1 अरब डॉलर हो गई है।

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