सड़कों के लिए चाहिए राख

  • सिंगाजी पावर प्लांट से नहीं मिली फ्लायऐश अब एनटीपीसी की शरण में एनएचएआई

इंदौर। शहर के आसपास हाईवे और फ्लायओवर निर्माण के लिए राज्य सरकार से फ्लायऐश नहीं मिलने के कारण अब नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को नेशनल थर्मल पावर प्लांट (एनटीपीसी) की शरण में जाना पड़ा है। बीते कई महीनों से राज्य सरकार के सिंगाजी पावर प्लांट से फ्लायऐश लेने के जतन हो रहे थे, लेकिन प्रदेश सरकार का ऊर्जा विभाग इसमें कोई सहयोग नहीं कर रहा है। मजबूरन एनएचएआई को अपने प्रोजेक्टों के लिए अब एनटीपीसी के सेलदा पावर प्लांट से फ्लायऐश मांगना पड़ी है।

एनएचएआई को विभिन्न प्रोजेक्टों के लिए लगभग एक करोड़ क्यूबिक मीटर राख की जरूरत है। इसका उपयोग हाईवे के अर्थवर्क और फ्लायओवर निर्माण में भराव के लिए होता है। हालांकि, अब तक एनटीपीसी की तरफ से भी फ्लायऐश (राख) देने का कोई ठोस भरोसा नहीं दिया गया है। पिछले दिनों इंदौर आए केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन ने इस मामले में प्रदेश ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे से फोन पर बात कर फ्लायऐश उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। प्रमुख सचिव ने भी सिंगाजी प्लांट से फ्लायऐश उपलब्ध कराने का भरोसा दिया था। तब उम्मीद बंधी थी कि जल्द ही मामले का निराकरण हो जाएगा, लेकिन 10-12 दिन बीतने के बावजूद अब तक इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है। नियमानुसार संबंधित पावर प्लांट को अधोसंरचना कार्यों के लिए निर्माण स्थल तक फ्लायऐश लाना जरूरी है, लेकिन ऊर्जा विभाग चाहता है कि ट्रकों की व्यवस्था कर एनएचएआई पावर प्लांट से खुद फ्लायऐश उठवाए।

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