जयंत मलैया को नोटिस देने के डेढ़ साल बाद भाजपा को पश्चाताप

  • राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मांगी सार्वजनिक माफी

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने डेढ़ साल पहले दमोह उपचुनाव में पार्टी की हार पर वरिष्ठ नेता जयंत कुमार मलैया को नोटिस जारी किया था। भाजपा मलैया को नोटिस देने के फैसले को सबसे बड़ी भूल मान रही है। पार्टी नेताओं ने मलैया के जन्मदिन के मौके पर दमोह में आयोजित अमृत महोत्सव में पाश्चाताप भी किया है। पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने हाथ जोड़कर पूर्व मंत्री और मलैया से सार्वजनिक माफी मांगी है। उन्होंने जयंत मलैया को नोटिस देना बीजेपी की भूल बताया।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘जयंत जी आप विश्वास करें या ना करें, आपने बोला भी नहीं मुझे। जब भाजपा ने आपको नोटिस दिया तो अंदर से मेरा दिल दुखा। आपने मुझे नहीं कहा, पर मैंने प्रदेश के सब नेताओं से कहा कि बहुत गलत किया है आपने। जयंत मलैया जैसे नेता को तैयार होने में दशकों लगते हैं। तपस्या करनी पड़ती है, तब जयंत मलैया तैयार होता है। ऐसे नेता नहीं बनता है। इसीलिए मैं उससे बिल्कुल नाखुश था। मैंने अपनी शिकायत यहां से लेकर दिल्ली तक की। मैंने ये बात किसी को नहीं बताई, लेकिन आज आपको बता रहा हूं। व्यक्ति भूल कर सकता है, वैसे ही पार्टी से भी भूल हो सकती है। इसलिए मैं राष्ट्रीय महामंत्री होने के नाते आपसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूंÓ।

मलैया के बिना दमोह अधूरा: शिवराज
इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जयंत मलैया के बिना दमोह अधूरा है। सीएम ने कहा कि मलैया 75 साल के हो गए, लेकिन लगते नहीं है। कोई ये ना समझे कि ये रिटायरमेंट कार्यक्रम है। अभी तो उन्हें और काम करना है।

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