नई दिल्ली। पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव (Punjab election 2022) होने वाला है, लेकिन यहां कांग्रेस (Congress) में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में कांग्रेस(Congress) की ओर से सीएम फेस(CM Phase) के ऐलान के बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू की नराजागी (Navjot Singh Sidhu’s displeasure) कम जस का तस है। रविवार को एक बार फिर उनकी नाराजगी तब दिखी, जब उन्हें एक चुनावी मंच पर भाषण देने को बुलाया गया। मंच पर बुलाए जाने के बाद उन्होंने हाथ जोड़कर भाषण देने से साफ इनकार(refusal to give speech) कर दिया। खास बात यह है कि इस चुनावी मंच पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी(Congress General Secretary Priyanka Gandhi) और चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) मौजूद थे।
खबरों के मुताबिक धूरी में कांग्रेस प्रत्याशी दलबीर सिंह गोल्डी की रैली में सिद्धू ने भाषण देने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं स्टेज से नाम पुकारने के बाद सिद्धू उठे, हाथ जोड़े और चन्नी की ओर इशारा कर कहा कि इन्हें बुलवाओ।
बता दें कि जब से कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किया है, तब से नवजोत सिंह सिद्धू नाराज चल रहे हैं। मालूम हो कि जब सीएम फेस का फैसला हुआ था, सिद्धू ने कहा था कि पार्टी हाईकमान का निर्णय उन्हें मंजूर है। लेकिन उनके बर्ताव से लग हा है कि उनके अंदर अभी भी कसक है।
चुनाव प्रचार से नदारद हैं सिद्धू
गौरतलब है कि पंजाब चुनाव के लिए उम्मीदवारों की रेस में चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू दोनों थे। लेकिन लुधियाना में राहुल गांधी ने चन्नी के नाम पर यह कहते हुए मुहर लगा दी कि कार्यकताओं और विधायकों की पहली पसंद चन्नी ही हैं। सीएम फेस की घोषणा के बाद चन्नी और सिद्धू ने एक दूसरे को जरूर गले लगाया, लेकिन उसके बाद से सिद्धू चुनावी कार्यक्रमों से गायब हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर सिद्धू की नाराजगी खत्म क्यों नहीं हो रही है?
उधर, पिता सिद्धू के लिए उनकी बेटी राबिया चुनाव प्रचार में निकली हैं। उन्होंने हाल ही में चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की और चन्नी को गरीब बताए जाने पर गुस्सा जताया। राबिया ने इतना तक कह दिया कि जब तक उनके पिता जीत नहीं जाते, वह शादी नहीं करेंगी।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू की बेटी अमृतसर ईस्ट सीट पर पिता के लिए प्रचार करने निकली थीं। उन्होंने इस दौरान मीडिया से बात की और बताया कि पिता के लिए एक प्रण लेकर वह प्रचार के लिए निकली हैं।
अमृतसर पूर्व सीट पर घमासान
गौरतलब है कि अमृतसर पूर्व सीट पंजाब चुनाव में बेहद दिलचस्प हो गई है। बिक्रम सिंह मजीठिया ने सिद्धू की चुनौती को स्वीकार करते हुए इसी सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है। कहा यह भी जा रहा है कि मजीठिया को अन्य दलों की ओर से भी अंदरखाने समर्थन किया जा रहा है ताकि सिद्धू को हराया जा सके।
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