कांग्रेस का पूरा फोकस तीन आदिवासी सीटों पर, मालवा-निमाड़ के चुनाव होंगे दिलचस्प

  • – धार, झाबुआ और खरगोन में पूरी ताकत झोंक रखी है कांग्रेस ने
  • – भाजपा ने इन सीट पर बहुत पहले ही शुरू कर दी थी तैयारी
  • – धार और खरगोन में होगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा
  • – झाबुआ-खरगोन पहुंचेंगे राहुल गांधी, धार में प्रियंका की सभा

इंदौर, अरविंद तिवारी। कांग्रेस उम्मीदवार द्वारा नामांकन वापस लेने के बाद इंदौर का चुनावी परिदृश्य तो लगभग स्पष्ट हो गया है, लेकिन मालवा-निमाड़ की तीन आदिवासी सीट पर उसे कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है। यही कारण है कि दिल्ली पहुंचे फीडबैक के बाद अब धार और खरगोन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा करवाई जा रही है। पार्टी के कुछ और बड़े नेता भी अगले 10 दिन में इन संसदीय क्षेत्रों में पहुंचेंगे। इधर, प्रियंका गांधी की सभा धार में होगी और राहुल गांधी झाबुआ व खरगोन पहुंचेंगे।धार में मुकाबला 2014 में सांसद रही और एक बार फिर मैदान संभाल रही सावित्री ठाकुर और युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे तेजतर्रार नेता राधेश्याम मुवेल के बीच है। पिछला चुनाव यहां से भाजपा के छतरसिंह दरबार जीते थे। यहां की 8 में से 5 विधानसभा सीट कांग्रेस के कब्जे में है तो 3 पर भाजपा के विधायक हैं।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार इसी संसदीय क्षेत्र से हैं। इसी कारण कांग्रेस के लिए यहां का चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न भी बना हुआ है। यहां की 5 आदिवासी सीटों पर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक रखी है तो भाजपा धार, बदनावर और महू में ज्यादा से ज्यादा लीड मिले, इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। यहां भाजपा अंतिम दौर में बढ़त बनाने के लिए प्रधानमंत्री की सभा करवा रही है। 7 मई को वे यहां सभा लेंगे। कांग्रेस यहां प्रियंका गांधी की सभा करवाएगी। इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है। झाबुआ में कांग्रेस के टिकट पर कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया चुनाव लड़ रहे हैं, तो भाजपा ने वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान को मैदान में उतारा है। यहां का चुनाव दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। भूरिया का यह अंतिम चुनाव है। उनके बेटे विक्रांत झाबुआ से विधायक हैं, जबकि जोबट से कांग्रेस की ही सेना पटेल। 6 मई को राहुल गांधी भूरिया के समर्थन में सभा लेने जोबट पहुंच रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 महीने पहले झाबुआ आकर विशाल आदिवासी महाकुंभ को संबोधित कर चुके हैं। भाजपा तब से ही इस सीट पर पूरी ताकत से भिड़ी हुई है। खरगोन में एक दिन के अंतराल से राहुल गांधी और प्रधानमंत्री की सभा होना है। राहुल गांधी 6 मई को खरगोन पहुंचेेंगे तो प्रधानमंत्री मोदी 7 मई को। यहां भी 8 में से 5 विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के पास हैं, जबकि 3 पर भाजपा काबिज है। भाजपा ने यहां से अपने वर्तमान सांसद गजेंद्र पटेल को ही टिकट दिया है, तो कांग्रेस ने सरकारी नौकरी छोडक़र आए पोरलाल खरते को उम्मीदवार बनाया है। खरते जयस के संस्थापकों में से भी एक रहे हैं और उनकी आदिवासी युवाओं में अच्छी पकड़ है। यहां की 5 आदिवासी सीटों पर अपनी बढ़त बरकरार रखने के लिए कांग्रेस एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है तो भाजपा खरगोन, कसरावद और महेश्वर में कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने में लगी है।

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