मिल परिसरों में झांकियों का निर्माण शुरू, अखाड़ों को 6 मिनट देंगे शस्त्र प्रदर्शन के लिए

निगम और प्राधिकरण के अलावा इस बार चुनाव के चलते राजनीतिक दल और दावेदार भी दे सकते हैं सहयोग राशि, मिट्टी की मूर्तियों का ही ज्यादा हो रहा है शहर में निर्माण

इन्दौर। अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) पर चल समारोह की परम्परा 100 साल पुरानी है। सिर्फ कोविड (Covid) के कारण ही ये आयोजन रद्द हुआ था, अन्यथा विपरीत परिस्थितियों में भी झांकियों का निर्माण हर साल किया जाता है। मिल परिसरों में इस बार भी झांकियों का निर्माण शुरू हो गया है। निगम और प्राधिकरण के साथ-साथ कई संस्थाएं भी मजदूरों को झांकी निर्माण के लिए सहयोग राशि उपलब्ध कराती हैं। इस बार विधानसभा चुनाव (assembly elections) के चलते राजनीतिक दलों और दावेदारों द्वारा भी सहयोग किया जा सकता है। दूसरी तरफ प्रशासन ने चल समारोह की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।

झांकियों के साथ अखाड़े भी चलते हैं और कलाकारों द्वारा शस्त्रकला का प्रदर्शन किया जाता है, जिसमें एक हाथ का पटा, गदकाफरी और बनेठी प्रमुख रहती है। कल जिला प्रशासन द्वारा गठित निर्णायक समिति की पहली बैठक अखाड़ा समितियों के साथ जनसंपर्क कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें सभी अखाड़ों के साथ मध्य भारत शस्त्रकला अखाड़ा संघ के सदस्य भी शामिल रहे। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि झांकियों में अखाड़ों के खिलाड़ी निर्णायक मंच के सामने अपनी शस्त्रकला का प्रदर्शन करेंगे और प्रत्येक शस्त्रकला प्रदर्शन के लिए खिलाडिय़ों को 3 मिनट और एक अखाड़े को दोनों प्रदर्शन के लिए कुल 6 मिनट का समय दिया जाएगा। अखाड़ों और झांकियों में डीजे का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। बैठक में जनसंपर्क के संयुक्त संचालक पटेल के अलावा रवींद्रसिंह गौड़, अशोकसिंह राजावत, विनोद गांधी, मुन्ना बौरासी, गोपाल बौरासी, मीत कश्यप, रमेश यादव, मनोज सोमवंशी, शैलेष केमरे, कमल पाल, राजेश मेहरा और प्रकाश लाखरे मौजूद रहे। दूसरी तरफ प्रशासन ने प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों पर हर बार की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि अब जागरूकता के चलते मिट्टी की मूर्तियों का ही निर्माण और इस्तेमाल शुरू हो गया है। लिहाजा शहर में गणेश उत्सव के लिए जो मूर्तियां बन रही हैं, उनमें भी पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा जा रहा है और अधिकांश मिट्टी के गणेश ही बनाए जा रहे हैं। मिल परिसरों में पूजा-अर्चना के साथ झांकियों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। कल राजकुमार मिल कमेटी ने भी विधिवत पूजन कर झांकी निर्माण की शुरुआत की। कमेटी के 80 साल पूरे हो गए। अध्यक्ष कैलाशसिंह ठाकुर, नाथूलाल शर्मा व अन्य ने पूजा की और जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ शहर के उद्यमियों और संस्थाओं से भी झांकी निर्माण के लिए पर्याप्त सहयोग राशि देने का अनुरोध किया। नगर निगम और प्राधिकरण भी हर साल की तरह झांकी निर्माण के लिए सहयोग राशि के चेक जल्द ही सौंपेंगे।

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