सहकारिता कार्यपालन कर्मचारी संघ ने मांगों को लेकर दिया ज्ञापन

  • मांगें नहीं मानी तो काली पट्टी बाँध कर करेंगे विरोध प्रदर्शन
  • 2 से 5 मई तक सामूहिक रूप से अवकाश लेंगे

उज्जैन। विभाग द्वारा कार्यपालन कर्मचारियों की सतत उपेक्षा को लेकर उठाई गई मांगों के समर्थन में मप्र सहकारिता विभाग कार्यपालिक कर्मचारी संघ द्वारा संयुक्त पंजीयक सहकारिता उज्जैन संभाग महेन्द्र कुमार दीक्षित को ज्ञापन सौंपा। सहकारिता मंत्री, सहकारिता सचिव, सहकारिता आयुक्त, कलेक्टर एवं संयुक्त आयुक्त को संबोधित इस ज्ञापन में कार्यपालन कर्मचारी अंकेक्षण अधिकारी से लेकर नीचे उप अंकेक्षक तक के वेतनमान में अन्य विभागों के कार्यपालन अधिकारियों की तुलना में जबरदस्त विसंगतियां व्याप्त है जिन्हें दूर करने के लिए अनुरोध ज्ञापन देते कई वर्ष बीत गए लेकिन किसी स्तर पर सहकारिता कार्यपालन कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

इससे कार्यपालन कर्मियों में घोर निराशा और रोष व्याप्त है। 25-30 वर्षों से एक ही पद पर ठहरे कार्यपालन कर्मचारियों को उच्च पदनाम एवं प्रभार दिए जाने, उप अंकेक्षक को 3200 की ग्रेड पे किए जाने, सहकारी निरीक्षक को सीधे अंकेक्षण अधिकारी के राजपत्रित पद पर पदोन्नत किए जाने की मांगे अविलम्ब स्वीकृत किए जाने का ज्ञापन में अनुरोध किया गया है। मांगें न मानी जाने की दशा में कार्यपालन कर्मचारी 22 अप्रैल से एक सप्ताह तक काली पट्टी बाँध कर विरोध प्रदर्शन करेंगे, तब भी मांगें न मानी जाने पर 2 से 5 मई तक प्रदेश भर के सहकारी कार्यपालन कर्मचारी सामूहिक रूप से आकस्मिक अवकाश पर चले जाएंगे।

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