लखनऊ शूट आउट में ​​जीवा की हत्या के बाद कोर्ट रूम सील

लखनऊ (Lucknow)। उत्‍तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) की अदालत के भीतर जज के सामने जिस तरह कानून की धज्जियां उड़ाई (flouted the law) गईं और उसे गोली मारकर लहुलुहान (shot to blood) कर दिया गया। आलम ये हो गया कि कचहरी के बाहर कानून के सिपाही ही आमने-सामने आकर अपना अफसोस कुछ इस तरह जाहिर करने लगे कि कानून का पालन कराने वाले वर्दी वाले सिपाहियों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई।

बता दें कि गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ ​​जीवा की हत्या के बाद एससी/एसटी एक्ट के विशेष न्यायाधीश नरेंद्र कुमार के कोर्ट रूम को सील कर दिया गया है। बाद में फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम घटना स्थल का निरीक्षण करने के लिए कोर्ट रूम पहुंची। इस टीम ने डीसीपी और एडीसीपी से घटना का पूरा ब्योरा लिया। फिर शूटर विजय यादव के बारे में पूछा। घटनास्थल को सुरक्षित रखने के लिये वहां दो सब इंस्पेक्टर और पीएसी तैनात कर दी गई है। यह टीम गुरुवार को फिर वहां जायेगी। इस टीम ने घायल विजय से मिली जानकारी का पता किया।


योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ कोर्ट में बुधवार को हुई कुख्यात अपराधी संजीव जीवा उर्फ संजीव माहेश्वरी की हत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का फैसला किया है। सीएम ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर दी है। इस एसआईटी में एडीजी मोहित अग्रवाल, ज्वाइंट कमिश्नर लखनऊ नीलाब्जा चौधरी और अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार शामिल होंगे। एसआईटी को एक सप्ताह में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए हैं।
मालूम हो कि वकील की पोशाक में आए हमलावर ने जीवा पर गोलियां बरसाईं। एक बदमाश को वकीलों ने पकड़ लिया और पीटा जबकि तीन भाग निकले। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा वकीलों ने हंगामा किया।

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