साइबर ठग फिंगरप्रिंट क्लोन करके बैंक खाते से गायब कर रहे रकम !

नई दिल्‍ली (New Delhi)। लोगों से ठगी के लिए साइबर अपराधियों का नया पैंतरा सामने आया है. जिसमें अपराधियों द्वारा आधार से लिंक (Link to Aadhaar) होने वाले फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर साइबर ठगी (Cyber fraud by cloning finger print) कर लोगों के खाते से पैसे उड़ाए जा रहे हैं. इसकी शिकायत पर साइबर क्राइम ब्रांच (cyber crime branch) मामले की जांच कर रही है.


बता दें कि चोरी के डर से लोगों ने पैसे-गहनें आदि कीमती चीजों को घरों में रखना बंद कर दिया. जिसके कारण चोरों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गयी. लेकिन तेजी से स्मार्ट होते सिस्टम में अपराधी भी नए तरीके से क्राइम को अंजाम दे रहे हैं. बैंक खाते में जमा पैसा हो या आपकी पर्सनल डीटेल्स. इनकी जानकारी हासिल कर फ्रॉड लोगों के बैंक खाते से ही पैसा चुराने लगे. आज कल तो ठग आधार कार्ड से फिंगरप्रिंट तक चुरा लोगों के खातों में सेंध लगा रहे हैं. भोले-भाले लोगों का तो अब बैंक में पैसा रखना भी सेफ नहीं रहा.

दरअसल, इस साल बिहार पुलिस ने एक स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया. इसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 512 क्लोन फिंगरप्रिंट बरामद किए. इन फेक थंप इंप्रेशन को प्लास्टिक के अंगूठे पर तैयार किया था. स्कैमर्स उन लोगों को शिकार बनाते थे, जो कम पढ़े लिखे हैं और आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (AePS) का यूज़ करते हैं.

क्या है AePS सिस्टम?
दरअसल, आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (AePS) को साल 2014 में लॉन्च किया था. इस सर्विस का मकसद उन भारतीय लोगों को फायदा पहुंचाना था, जिन लोगों के गांव में या आसपास कोई बैंक की ब्रांच नहीं होती है. वे लोग आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (AePS) सर्विस का फायदा उठा सकते हैं और नजदीकी साइबर कैफे या जन सुविधा केंद्र जाकर रुपये ले सकते हैं.

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