प्रत्यक्ष कर संग्रह 20 फीसदी बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये पर

– चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये

नई दिल्ली (New Delhi)। आर्थिक र्मोचे पर अच्छी खबर है। चालू वित्त वर्ष 2023-24 (Current financial year 2023-24) में 17 मार्च तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net direct tax collection) 19.88 फीसदी (increased 19.88 percent) बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये (Rs 18.90 lakh crore) से अधिक रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में 15.76 लाख करोड़ रुपये रहा था। आयकर विभाग ने यह जानकारी दी है।

वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक बयान में बताया कि आयकर विभाग के निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के जारी आंकडों के मुताबिक 17 मार्च तक कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18,90,259 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 9,14,469 करोड़ रुपये कॉरपोरेट कर और व्यक्तिगत आयकर के अलावा 9,72,224 करोड़ रुपये का प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) भी शामिल है। वहीं, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 17 मार्च तक करीब 3.37 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया जा चुका है।

आयकर विभाग के मुताबिक सकल आधार पर रिफंड समायोजन से पहले कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.27 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 18.74 फीसदी अधिक है। सीबीडीटी के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में 17 मार्च तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के अस्थायी आंकड़े बताते हैं कि शुद्ध कर संग्रह 18,90,259 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में 15,76,776 करोड़ रुपये रहा था। इस तरह यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 19.88 फीसदी अधिक है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रह के संशोधित अनुमान में चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्राप्तियां 19.45 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद जताई है।

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