इस गर्मी ठंडा पानी पीना पड़ेगा महंगा

  • – चिल्ड वॉटर सप्लायर्स ने 20 प्रतिशत बढ़ाए दाम, 20 से 25 रुपए में मिलने वाले पानी के जार 30 से 35 पर पहुंचे
  • – इंदौर में रोजाना 2 लाख से ज्यादा पानी के जार होते हैं सप्लाय, 300 करोड़ का सालाना कारोबार

विकाससिंह राठौर, इंदौर। इस गर्मी साफ और ठंडा पानी पीना महंगा पड़ेगा। यह महंगाई उन लोगों को झेलना पड़ेगी जो अपने घर या दफ्तरों में पानी के ठंडे जार मंगवाते हैं। दरअसल, शहर में बड़ी मात्रा में सप्लाय होने वाले ठंडे पानी के जार सप्लाय करने वाले व्यापारियों ने इसके दाम 20 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं। इसके कारण पहले 20 से 25 रुपए में मिलने वाला पानी का जार अब 30 से 35 रुपए पर पहुंच गया है।

लगातार बढ़ते शहर में तेजी से साफ और ठंडे पानी की मांग भी बढ़ी है। इसके साथ ही यहां आरओ चिल्ड वॉटर का कारोबार भी बढ़ा है। कारोबार बढ़ने के साथ ही खर्च भी बढ़े और व्यापारियों ने इसके दाम भी बढ़ाना शुरू कर दिए हैं। चिल्ड वॉटर सप्लायर्स ने बताया कि हम पानी को आरओ प्रोसेस और ठंडा करने के बाद लोगों के घरों और दुकानों तक पहुंचाते हैं। प्रोसेस और ठंडा करने से लेकर पानी को पहुंचाने में खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है। कमर्शियल बिजली की दरें बढ़ने के साथ ही, किराया, डीजल, लेबर जैसी सभी चीजें महंगी हो रही हैं। जिन सप्लायर्स का खुद का चिल्ड वॉटर प्लांट नहीं है वे पानी की रिफिलिंग करवाते हैं, ऐसे सप्लायर्स के लिए भी रिफिलिंग की दरें बढ़ गई हैं। इसे देखते हुए सालों बाद अब जार की कीमत में वृद्धि की गई है।

इंदौर में रोजाना 2 लाख से ज्यादा जार की डिमांड, हर साल 300 करोड़ का कारोबार –
इंदौर में चिल्ड वॉटर तैयार करने वाले व्यापारियों की संख्या 700 से ज्यादा है। एक व्यापारी हर दिन औसत 300 जार घर-दुकानों पर सप्लाय करता है। इस तरह रोजाना 2.10 लाख जार सप्लाय होते हैं। मौजूदा रेट्स के हिसाब से ही देखें तो 25 रुपए की दर से इनकी कीमत 52.50 लाख रुपए रोजाना है। हर माह 30 दिनों में यह आंकड़ा 15.75 करोड़ पर पहुंच जाता है। इसके अलावा शादी, पार्टी सहित धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों में भी बड़ी मात्रा में पानी की सप्लाय होती है। उन्हें जोड़ें तो यह आंकड़ा हर माह 25 करोड़ से ज्यादा हो जाता है। वहीं साल की बात करें तो यह कारोबार 300 करोड़ को पार करता है।

सेहत और सुविधा दोनों का खयाल –
चिल्ड वॉटर सप्लायर्स का कहना है कि इस व्यापार के शुरू होने से पहले बड़े बाजारों में व्यापारी अपने क्षेत्र के बोरिंग या नर्मदा नल से आने वाले पानी को दुकानों में मटकों में भरकर इस्तेमाल करते थे। लेकिन नल सुबह जल्दी आते हैं, जिसके कारण दिन में खुलने वाले बाजारों में हमेशा से पानी की समस्या होती थी। इससे बचने के लिए व्यापारी घरों से डिब्बों में पानी लाते थे और परेशान होते थे। घरों में नर्मदा लाइन या आरओ ना होने पर सादा पानी ही पीते थे, जिससे कई बार बीमारियों का भी खतरा रहता था। यह खतरा घर के लोगों के लिए भी था। पहले कुछ लोग टीन के डिब्बों में पानी बांटते थे, जिसमें साफ-सफाई नहीं होती थी। इस व्यापार की बदौलत लोगों को उनकी सुविधा के समय पर अपने घर-दुकान पर साफ और ठंडा पानी मिल जाता है। इस हम लोगों की सेहत और सुविधा दोनों का खयाल रखता है।

20 रुपए में 1 लीटर पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर, 30 रुपए में 20 लीटर का जार –
चिल्ड वॉटर सप्लायर नरेंद्र पंथी और प्रदीप वर्मा ने बताया कि शहर में बड़ा व्यापार पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर का भी है, जिसमें बेसलेरी, एक्वाफिना, किनले, हेल्थ प्लस सहित कई छोटी बड़ी कंपनियां शामिल है। यह व्यापार भी सालाना कई सौ करोड़ का है। इसमें लोग खुशी से सिर्फ 1 लीटर की पानी की बॉटल के लिए 20 रुपए चुकाते हैं। जिसे लेने भी खुद दुकान तक जाना पड़ता है। वहीं बड़े होटलों और कैफे में इसकी कीमत 40 से 50 रुपए तक पहुंच जाती है। दूसरी ओर आरओ चिल्ड वॉटर सप्लायर्स 25 से 30 रुपए में 20 लीटर पानी आपकी घर-दुकान तक पहुंचाते हैं। इसके बाद भी कई लोग रेट्स बढ़ने पर नाखुश हैं।

कई लोग आरओ वॉटर के नाम पर बेच रहे सादा पानी –
इस व्यापार के बढ़ने के साथ ही इसमें भी फर्जीवाड़ा भी बढ़ा है। प्रमुख व्यापारी जहां सादे पानी को पहले आरओ करते है और फिर ठंडा करके सप्लाय करते हैं। वहीं कई ऐसे व्यापारी भी हैं, जो सादे पानी को ही ठंडा करते हुए आरओ पानी के नाम पर बेच रहे हैं। आरओ का दावा करने वाले ऐसे व्यापारी और सप्लायर्स पर प्रशासन की कोई सख्ती भी नहीं है।

लगातार बढ़ते खर्च के बाद बढ़ाए दाम –
शहर में पिछले कई सालों से 700 से ज्यादा व्यापारी चिल्ड वॉटर स…

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