शादियों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं बन पा रहा चुनावी माहौल

छोटी-मोटी बैठकों के बाद 30 अप्रैल के बाद ही जनसंपर्क करने निकलेंगे प्रत्याशी

इन्दौर। ग्रामीण क्षेत्रों में शादी-ब्याह (weddings) के मुहूर्त और ऊपर से गर्मी की तीव्रता के कारण चुनावी (Election) माहौल नहीं बन पा रहा है। बताया जा रहा है कि 28 अप्रैल तक शादियों (weddings) के ढेरों मुहूर्त हैं। इसी कारण अब दोनों ही दलों के प्रत्याशी 30 अप्रैल के बाद ही जनसंपर्क (public relation) पर निकलेंगे।


अप्रैल माह में शादी के ढेरों मुहूर्त हंै और हर गांव में शादी का माहौल बना हुआ है, वहीं मई में अक्षय तृतीया होने के कारण भी शादी के मुहूर्त निकाले गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अप्रैल से लेकर जून के पहले सप्ताह में ही शादियो के मुहूर्त निकाले जाते हंै। इसका एक बड़ा कारण खेती से किसान फ्री हो जाता है और बच्चों के स्कूल की छुट्टियां भी रहती है। इसी कारण ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी माहौल नहीं बन पा रहा है। फिलहाल कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी दोनों ही विधानसभा स्तर पर बैठकें ले चुके हैं, लेकिन गांव-गांव जाकर जनसंपर्क करने का प्लान अभी तैयार किया जा रहा है। चूंकि शंकर लालवानी के सामने 8 लाख वोटों से जितने का लक्ष्य है और अक्षय बम के सामने साढ़े पांच लाख की लीड को पाटने का, इसलिए दोनों ही दल ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए जाएंगे। 28 तारीख के बाद मई के पहले सप्ताह से दोनों प्रत्याशियों के ग्रामीण क्षेत्रों में जाने की योजना है। भाजपा ऐसी तैयारी कर रही है कि अधिकांश गांव इसमें कवर हो जाए, वहीं जिला कांग्रेस को भी ऐसी योजना बनाने के लिए कहा गया है, जहां किसानों को प्रभावित किया जा सके। इसके पहले दोनों ही दल के प्रत्याशी शहरी क्षेत्रों का जनसंपर्क पूरा कर लेंगे।

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