BHU छात्र संघ के जरिए राजनीति में एंट्री, जानिए गैंग्‍स्‍टर से नेता बने मुख्तार अंसारी कहानी…

नई दिल्‍ली (New Delhi)। जेल में बंद गैंगस्टर (Gangster)से नेता बने मुख्तार अंसारी (mukhtar ansari)की गुरुवार, 28 मार्च को उत्तर प्रदेश के बांदा मेडिकल कॉलेज (Banda Medical College)में दिल का दौरा पड़ने (having a heart attack)से मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत से एक बार फिर वह और उसके परिवार के लोग चर्चा में हैं. पूर्वांचल में मुख्तार के दबदबे और खौफ की कहानियां सुनकर ही कई लोग बड़े हुए हैं. आइए जानते हैं कि यूपी के इस चर्चित डॉन ने कहां तक पढ़ाई की थी…

मुख्तार अंसारी का जन्म 30 जून 1963 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के युसुफपुर में हुआ था. वह स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मुख्तार अहमद अंसारी का पोता था. देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी मुख्तार अंसारी के रिश्ते के चाचा हैं. 20 से भी कम की उम्र में मखनू सिंह गिरोह में शामिल होकर मुख्तार अपराध की सीढ़ियां चढ़ता रहा. गाजीपुर के पीजी कॉलेज से स्नातक का छात्र रहे मुख्तार की गिनती कभी अच्छे क्रिकेटर के रूप में हुआ करती थी.

छात्र नेता के तौर पर रखा राजनीति में कदम

मुख्तार की स्कूलिंग यूसुफपुर गांव में हुई थी. मुख्तार अंसारी ने राजकीय शहर इंटर कॉलेज और पीजी कॉलेज गाजीपुर से पढ़ाई की है. मुख्‍तार अंसारी ने बीकॉम की डिग्री हासिल की है. अंसारी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1990 के दशक की शुरुआत में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक छात्र संघ नेता के रूप में की थी.

बसपा की टिकट से लड़ा पहला चुनाव

साल 1996 में बसपा के टिकट पर मऊ से चुनाव लड़ा और विधायक चुना गया. आखिरकार मुस्लिम वोटबैंक का फायदा उठाकर पूर्वांचल क्षेत्र के निर्विवाद नेता बन गया. लगभग चार दशक तक मुफ्तार अंसारी जरायम की दुनिया में रहा. इस दौरान कई चर्चित आपराधिक घटनाओं में उसका नाम आया. कभी पूर्वांचल में जिस मुख्तार के इशारे पर सरकारें अपना निर्णय बदल लेती थी, आज वही खाक में मिल गया.

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