Delhi में बाढ़ का खतरा बरकरार, फिर से बढ़ने लगा यमुना का जलस्तर

नई दिल्ली (New Delhi)। राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) में यमुना (Yamuna’s water level) का उफान एक बार फिर डराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते लोगों को दोबारा बाढ़ आने का डर सता रहा है। दिल्ली में यमुना का जलस्तर सोमवार सुबह से फिर बढ़ने लगा। शाम चार बजे जलस्तर 205.92 मीटर तक पहुंच गया और रात दस बजे यह 206 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि, दिल्ली सरकार (Delhi Government) का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है। सरकार ने बाढ़ प्रभावितों से अपील की है कि वे अभी राहत शिविरों (relief camps) में ही रहें और वापस अपने घर न जाएं।

यमुना का जलस्तर बीते दो दिन से लगातार घट रहा था। सोमवार सुबह छह बजे जलस्तर अधिकतम 208.66 मीटर से घटकर 205.45 मीटर तक पहुंच चुका था, लेकिन इसके बाद इसमें बढ़ोतरी होने लगी। सुबह सात बजे जलस्तर 205.48 मीटर तक पहुंच गया। इसके बाद रात तक लगातार इमसें वृद्धि होती गई। मंगलवार सुबह तक इसके और बढ़ने की आशंका जताई गई है। हालांकि, हथिनीकुंड बैराज से फिलहाल बेहद काम मात्रा में 35 से 40 हजार क्यूसेक पानी ही छोड़ा जा रहा है।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना : दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी के मुताबिक, हरियाणा के कुछ इलाकों में रविवार को हुई भारी बारिश की वजह से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, लेकिन दिल्लीवालों के लिए इससे किसी तरह का खतरा नहीं है।

शिविरों में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी :
आतिशी ने बाढ़ प्रभावितों से अपील की है कि वे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आने के बाद ही अपने घरों में वापस जाएं। उन्होंने कहा कि शिविरों में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

जलनिकासी का काम जारी :
दिल्ली में लोक निर्माण विभाग, दिल्ली नगर निगम की टीमें शहर के अलग-अलग इलाके में जमा पानी को बाहर निकालने का काम कर रही हैं। यमुना बाजार, दिल्ली सचिवालय और आईटीओ के पास पानी निकालने का काम जारी है। इसके लिए पंप लगाए गए हैं। इसके अलावा भैंरो मार्ग पर पानी की निकासी कर दी गई है। सड़क की सफाई के बाद जल्द ही उसे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि, कुछ प्रमुख इलाकों में अभी जलभराव है।

राजधानी में आज बारिश के आसार
राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में मंगलवार को बारिश के आसार हैं। इसके चलते मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। बारिश के चलते अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।

यमुना का जलस्तर बढ़ने पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अलर्ट जारी
ग्रेटर नोएडा। यमुना और हिंडन में एक बार फिर उफान आना शुरू हो गया है। तीन दिन से यमुना में लगातार घट रहे जलस्तर में सोमवार को दोबारा से वृद्धि दर्ज की गई। यमुना में दोपहर को 12 हजार क्यूसेक पानी बढ़ गया। हालांकि हिंडन का जलस्तर स्थिर बना रहा। ऐसे में जिलाधिकारी ने 72 घंटे का अलर्ट जारी कर लोगों से बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों से दूर रहने की हिदायत दी।

जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज से अब भी पानी छोड़ा जा रहा है। यमुना और हिंडन का जलस्तर कम समझकर लोगों ने डूब क्षेत्र की तरफ कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं ताकि वह अपने खोए सामान को ढूंढ़ सके। लोगों को इन क्षेत्रों में जाने से रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीम सतर्क हो गई है। सोमवार को पुलिस का सेक्टर-135 वाजिदपुर पुश्ता पर सख्त पहरा रहा।

सिंचाई विभाग के अनुसार सोमवार को शाम चार बजे तक यमुना का जलस्तर 198.85 दर्ज किया गया है, वर्तमान में यमुना में पानी की उपलब्धता 99 हजार क्यूसेक है, जबकि दोपहर 12 बजे से पहले तक यह 87 हजार क्यूसेक थी। चार घंटों में 12 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा है, जिससे दोबारा से हालात बिगड़ने की आशंका है।

वहीं, हिंडन का जलस्तर 2600 क्यूसेक यानी 198.95 मीटर है। फिलहाल दोनों नदियों में जल का स्तर खतरे के लाल निशान से तो नीचे हैं, लेकिन तेजी से बढ़ता जलस्तर किसी भी वक्त समस्या पैदा कर सकता है।

जिलाधिकारी मनीष वर्मा का कहना है कि कि 72 घंटे में दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि इसलिए हिंडन और यमुना किनारे रह रहे लोग वहां से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।

छह हजार से अधिक पशुओं को नुकसान
यमुना और हिंडन में बाढ़ आने से जिले के 67 गांव प्रभावित है। बाढ़ ने करीब 1590 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित किया है। दस गांवों की स्थिति ज्यादा खराब है। जिले में बाढ़ का पानी आठ हजार लोगों और छह हजार से ज्यादा पशुओं को नुकसान पहुंचा चुका है।

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