मंत्री के गढ़ में पहली बार एमपी यूपी राजस्थान छत्तीसगढ़ के आदिवासियों ने भरी हुंकार

  • बरसते पानी में जयवर्धन सिंह भी रहे मौजूद
  • पुलिस, प्रशासन, शासन को जमकर कोसा

गुना। बमोरी विधानसभा के धनोरिया गांव में विगत 2 जुलाई को आदिवासी महिला रामप्यारी बाई की डीजल डालकर दबंगों ने हत्या कर दी थी मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है दूसरी तरफ एक आदिवासी परिवार जोकि बमोरी के सिमरोद गांव में रहता है उसका पीएम आवास बन कर्मियों ने जेसीबी चलाकर तोड़ दिया दोनों ही मामलों के विरोध में पांच राज्यों 15 जिलों से आए आदिवासियों ने शासन के खिलाफ जमकर हुंकार भरी बरसते पानी में भी हजारों आदिवासी आंदोलन के लिए डटे रहे। दशहरा मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम के नाम संबोधित एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी वीरेंद्र सिंह को सौंपा गया। आदिवासियों की पुरजोर मांग है कि जिंदा जलाने वाले आरोपियों के मकान पर बुलडोजर क्यों नहीं चला धनोरिया के पीडि़त परिवार को करोड़ों की नगरदी सहायता व परिजन को सरकारी नौकरी देने की बात रखी आदिवासी समुदाय कलेक्टर एसपी को मौके पर बुलाता रहा लेकिन वह नहीं पहुंचे।

पुलिस प्रशासनिक अफसर रहे मौजूद
कार्यक्रम स्थल दशहरा मैदान पर एसडीएम वीरेंद्र सिंह बघेल एसडीओपी युवराज सिंह चौहान गुना तहसीलदार सिद्धार्थ भूषण शर्मा कोतवाली टीआई मदन मोहन मालवीय कैंट टीआई विनोद सिंह आरा उपेंद्र सिंह यादव थाना प्रभारी राकेश गुप्ता व अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

तीन मामलों को लेकर एकजुट हुआ आदिवासी समुदाय
जयस के तत्वाधान में एकत्रित हुए हजारों आदिवासियों ने धनोरिया गांव में हुए आगजनी हत्याकांड के मामले में न्याय दिलाने की गुहार लगाई जिसमें कार्यवाही व राहत देने की गुहार लगाई गई , दूसरा मामला जंजाली पुलिस चौकी का है जहां पर भील समुदाय के एक युवक के साथ चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने गाली गलौज व मारपीट की थी, बहीं तीसरे मामले में सिमरोद गांव में प्रधानमंत्री आवास की कुटीर पर वन विभाग ने बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया तीनों ही मामलों में पुलिस प्रशासन व शासन के खिलाफ आदिवासियों का जमकर गुस्सा फूटा उन्होंने पंचायत मंत्री को भी जमकर कोसा बरसते पानी में हजारों आदिवासी युवा नेता मौजूद रहे।

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