भारत में लौटा विदेशियों का भरोसा, 5 दिन में यहां लगाए 12000 करोड़

डेस्क: विदेशी निवेशकों का भारत की इकोनॉमी और शेयर बाजार पर मार्च के महीने में पूरा भारोसा दिखाई दे रहा है. इसी भरोसे की वजह से मात्र 5 कारोबारी दिनों में करीब 12 हजार करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है. जी हां, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने (मार्च में) अबतक भारतीय शेयर बाजारों में 12000 करोड़ रुपए का निवेश किया है. जबकि जनवरी के महीने में निवेशकों ने शेयर बाजार से 25700 करोड़ रुपए से ज्यादा निकाल लिए थे. वहीं फरवरी के महीने में 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया था. आइए आपको भी बताते हैं कि डिपॉजिटरी में किस तरह के आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं.

शेयर बाजार में डाले 12 हजार करोड़
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी के महीने में एफपीआई ने शेयर बाजार में 11,823 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इससे पहले फरवरी में उन्होंने शेयरों में 1,539 करोड़ रुपये डाले थे. वहीं जनवरी में उन्होंने 25,743 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. जानकारों की मानें तो अभी तो शुरुआत है. मार्च का महीने बीते 11 महीने में दूसरा सबसे बेहतरीन महीना साबित हो सकता है. दिसंबर के महीने में एफपीआई ले 66 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था. ऐसे में मार्च के महीने में यह निवेश 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का देखने को मिल सकता है.

बॉन्ड मार्केट में डाले कितने
शेयरों के अलावा एफपीआई ने समीक्षाधीन अवधि में लोन या बॉन्ड बाजार में 3316 करोड़ रुपए का निवेश किया है. लोन या बॉन्ड बाजार की बात की जाए, तो एफपीआई पिछले कुछ महीनों से जेपी मॉर्गन सूचकांक में भारत सरकार के बॉन्ड को शामिल करने की घोषणा से प्रभावित होकर डेट मार्केट में पैसा लगा रहे हैं. उन्होंने बॉन्ड बाजार में फरवरी में 22,419 करोड़ रुपए, जनवरी में 19,836 करोड़ रुपए, दिसंबर में 18,302 करोड़ रुपए डाले थे. कुल मिलाकर इस साल अबतक एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार से 12,382 करोड़ रुपए निकाले हैं. इस दौरान उन्होंने डेट मार्केट में 45,572 करोड़ रुपए डाले हैं.

क्या कहते हैं जानकार
बीडीओ इंडिया के भागीदार और लीडर ने कहा कि पिछले महीने की तुलना में मार्च में एफपीआई का रुख अधिक सकारात्मक दिखाई दे रहा है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर उम्मीद से बेहतर 8.4 प्रतिशत पर रही है. इसके अलावा भारत की बड़ी कंपनियों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. इस वजह से एफपीआई के बीच भारतीय शेयर बाजार का आकर्षण बना हुआ है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि तीन कारणों से एफपीआई भारतीय बाजार में रुचि दिखा रहे हैं. इनमें बाजार की मजबूती और अमेरिकी में बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट के अलावा जीडीपी की वृद्धि दर के उम्मीद से बेहतर आंकड़े शामिल हैं.

Leave a Comment