Gaza: जल्द हो सकता है सीजफायर, हमास को माननी होगी इजरायल की ये शर्त

येरुसलम (Jerusalem)। पिछले सात महीने से जारी इजरायल-हमास संघर्ष (Israel–Hamas conflict) जल्द खत्म हो सकता है. गाजा (Gaza ceasefire) में संघर्ष विराम पर बातचीत के लिए हमास का एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र (Egypt) पहुंचा है. बताया जा रहा है कि इजरायल (Israel) की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव पर हमास (Hamas) और इजरायल (Israel) के प्रधिनिधियों के बीच बातचीत हो सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के एक अधिकारी ने कहा है कि उन्हें इजरायल के प्रस्ताव से कोई खास दिक्कत नहीं है. हालांकि, मतभेद की एक वजह हमास का पूर्ण संघर्ष-विराम की मांग करना है. हमास चाहता है कि स्थायी संघर्ष विराम के साथ गाजा में युद्ध पूरी तरह समाप्त हो जाए।

गाजा से इजरायल अपनी सेना वापस बुला ले. लेकिन इजरायल कुछ समय के लिए लड़ाई रोकने पर ज़ोर दे रहा है. इसी बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) ने सऊदी अरब की राजधानी रियाद में गाजा में शांति समझौते को लेकर अरब नेताओं से चर्चा की है।

सीजफायर की चर्चा के बीच इजरायल ने की एयरस्ट्राइक
अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि हमास नए संघर्ष विराम समझौते को स्वीकार कर लेगा. एंटनी ब्लिंकन ने कहा, “हमास के सामने एक प्रस्ताव है जो इजरायल की ओर से उदारता दिखाते हुए दिया गया है. लेकिन गाजा के लोगों और युद्धविराम के बीच हमास खड़ा है. उन्हें यथाशिघ्र निर्णय लेना होगा।

गाजा में सीजफायर के लिए अरब और यूरोपीय देशों के नेताओं की भी मुलाकात हुई. सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुई मुलाकात में गाजा में तुरंत युद्धविराम और मानवीय मदद पहुंचाने पर बात हुई. इसके साथ ही बैठक में दो-राज्य समाधान की दिशा में आगे बढ़ने के विकल्प पर भी सहमति बनी।

बताते चलें कि पिछले साल 7 अक्टूबर को फिलिस्तीन के हथियारबंद संगठन हमास ने इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों को मार डाला था. इसके साथ ही 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था. वहीं हमले के बाद बदले की कार्रवाई करते हुए इजरायल 33 हजार फिलिस्तीनियों को मार चुका है।

इसके साथ ही 80 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी घायल बताए जा रहे हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि जंग में भारी तबाही के बाद अब पूरी दुनिया संघर्ष विराम चाहती है इसलिए इजरायल दबाव में आकर सीजफायर पर बातचीत को तैयार हुआ है. लेकिन गेंद फिलहाल हमास के पाले में है।

इजरायल में बंधकों की रिहाई के लिए हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन
एक तरफ जहां इजरायल की सरकार पर गाजा में संघर्ष विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है. वहीं, बंधकों की रिहाई के लिए भी इजरायल की सरकार पर भारी दबाब है. हाल के दिनों में तेल अवीव में बंधकों के परिजन लगतार प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को भी हजारों लोग सड़कों पर उतर आए।

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इजरायल की सरकार से बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास से तुरंत समझौता करने की अपील की है. बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों और दोस्तों को डर है कि यदि युद्ध लंबा खिंचा तो अधिक बंधक मारे जाएंगे. हमास के कैद में अभी करीब 130 इजरायली नागरिक हैं।

पोस्टर बैनर के साथ तेल अवीव में प्रदर्शन कर रहे बंधकों के परिजनों और दोस्तों ने हाईवे को भी जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पे हुई. इस दौरान पुलिस ने पांच प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. लोग प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।

गाजा में सीजफायर पर नेतन्याहू की वॉर कैबिनेट में मतभेद
गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई को लेकर इजरायली सरकार के मंत्रियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं. इजरायल की वॉर कैबिनेट में शामिल रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा है कि यदि इजरायल की सरकार बंधकों की रिहाई के समझौते को रोकती है तो उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।

वहीं वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मोटरिच ने कहा कि सरकार समझौते के लिए तैयार होती है तो ये एक शर्मनाक सरेंडर होगा. उन्होंने कहा कि यदि रफाह पर इजरायल का नियोजित हमला टाल दिया जाता है तो मौजूदा सरकार को जारी नहीं रखा जा सकता. उन्होंने अपने ही प्रधानमंत्री पर जमकर हमला बोला है।

इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा है कि इजरायल ने भरोसा दिया है कि वो रफाह में हमला नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ”सचिव ब्लिंकन इस अस्थायी संघर्ष विराम पर जोर देना जारी रखे हैं. यह उनकी प्राथमिकता में सबसे उपर है. हम चाहते हैं कि ये सीजफायर लंबा चले।

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