एमपी के जबलपुर में पकड़ाया चार करोड़ का गांजा, ओडिशा से हरियाणा हो रही थी तस्करी

जबलपुर। मध्य प्रदेश पुलिस ने गांजा तस्करी के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है. जबलपुर में ओडिशा से हरियाणा ले जाया जा रहा चार करोड़ का गांजा जब्त किया गया है. पुलिस के मुताबिक दो हजार किलो गांजा लकड़ियों के बीच छिपाकर ट्रक से ले जाया जा रहा था. पुलिस ने ट्रक चालक और कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. माना जा रहा है कि जबलपुर में गांजे की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है.

जबलपुर के एसपी टी के विद्यार्थी ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले नशे के सौदागरों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली. हाईवे पर सघन जांच के दौरान पुलिस ने 4 करोड़ रुपए की कीमत का 20 क्विंटल गांजा बरामद किया. गांजे की यह खेप ट्रक में नीलगिरी की लकड़ियों के बीच छिपाकर ले जाया जा रहा था. गांजा तस्करी गिरोह का इनपुट एडीजी उमेश जोगा को मिला था.

एसपी जबलपुर तुषारकांत विद्यार्थी के मुताबिक तस्करी गिरोह के इनपुट को देखते हुए नेशनल हाइवे सहित दूसरे रूट पर निगरानी बढ़ाई गई थी. मुखबिर से सूचना मिली थी कि छत्तीसगढ़ के रास्ते से ट्रक से गांजा लाया जा रहा है. इसी के तहत तिलवारा थाना पुलिस ने चेकिंग शुरू की थी. शनिवार तड़के एक ट्रक कोरोका गया तो चालक और कंडक्टर संदिग्ध हरकत करते हुए भागने की कोशिश करने लगे. संदेह होने पर दोनों को हिरासत में लिया गया और कड़ाई से पूछताछ की गई तो गांजे की तस्करी का राज खोल दिया.

प्रकरण में मुख्य आरोपी मोहम्मद शकील मंसूरी, चालक महेश कुमार के आलावा सप्लायर ओडिशा उमरकोट निवासी काला व वाहन मालिक पलाश राय तथा वेद प्रकाश शर्मा को आरोपी बनाया गया है. ट्रक चालक महेश कुमार और कंडक्टर मोहम्मद शकील (दोनों निवासी हमीरपुर उत्तरप्रदेश) को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस ने ट्रक मालिक को भी तलब किया है. एसपी विद्यार्थी ने बताया कि चालक महेश ने स्वीकार किया कि तस्करों ने उसे ओडिशा से फॉलो करके यहां तक पहुंचने में मदद की. ट्रक हरियाणा जा रहा था. रास्ते में कई मददगार मिले, जिनकी पहचान के बारे में वह नहीं बता पाया है. तस्करी गिरोह के दूसरे सदस्यों के बारे में पता लगाया जा रहा है.

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