अपनों के सवालों के घेरे में Imran, कोई जवाब ही नहीं

नई दिल्ली. दुनिया में इस्लामोफोबिया के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan), चीन में वीगर मुस्लिमों पर होने वाले अत्याचार के सवाल पर फंस गए. अमेरिकी टीवी चैनल एचबीओ के साथ इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने शिनजियांग में मुस्लिम बहुल वीगर लोगों के खिलाफ चीनी सरकार के कथित मानवाधिकारों के हनन की निंदा करने से इनकार कर दिया.
वीगर मुस्लिमों के उत्पीड़न की रिपोर्ट्स पर जोर डालकर सवाल किए जाने पर इमरान खान ने कहा, ‘चीन, कठिन समय में हमारे साथ खड़ा रहने वाले सबसे महान दोस्त देशों में एक है…और शिनजियांग के मसले पर बीजिंग से बंद दरवाजे के पीछे बातचीत होगी.’

अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने शिनजियांग प्रांत में 20 लाख से अधिक वीगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को डिटेंशन सेंटर्स में कैद रखे हुए है. कई पूर्व बंदियों का आरोप है कि उन्हें देशद्रोही बताया जाता है. उनका शारीरिक शोषण होता है और यहां तक कि नसबंदी के प्रयास भी किए जाते हैं.
अमेरिकी सरकार (US government) सहित पश्चिमी देशों के कई नेता चीन पर शिनजियांग में नरसंहार (Massacre in Xinjiang) को अंजाम देने का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन इमरान खान ने चीन का बचाव किया. पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि बीजिंग ने इस्लामाबाद के साथ निजी बातचीत में वीगर मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार की खबरों का खंडन किया था.

अमेरिकी टीवी चैनल के साथ बातचीत में चीन का बचाव करते हुए इमरान खान कश्मीर के मसले को घसीट कर लाए. उन्होंने कहा, ‘हम जिस तरह से हैं, हम उनका सम्मान करते हैं…लेकिन सवाल है कि पश्चिमी दुनिया में यह इतना बड़ा मुद्दा कैसे है? और कश्मीर के लोगों की अनदेखी क्यों की जाती है? यह कहीं अधिक प्रासंगिक है.’

इस्लाम पाकिस्तान का आधिकारिक धर्म है और वहां दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी बसती है. इमरान खान ने कहा, “मैं दुनिया भर में देखता हूं फिलिस्तीन, लीबिया, सोमालिया, सीरिया, अफगानिस्तान में क्या हो रहा है, क्या मैं हर चीज के बारे में बात करना शुरू करने जा रहा हूं?.” इमरान खान की यह टिप्पणी अक्टूबर 2020 में एक सार्वजनिक पत्र के बाद सामने आई है जिसमें मुस्लिम देशों को पश्चिमी देशों में “बढ़ते इस्लामोफोबिया (Islamophobia)” के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया गया था.

पाकिस्तान लंबे समय से चीन का मित्र और व्यापारिक साझेदार रहा है और राष्ट्रपति शी जिनपिंग (jinping) की वैश्विक बेल्ट एंड रोड इनीशियटिव (initiative)  के हिस्से के रूप में चीनी बुनियादी ढांचे के निर्माण से पाकिस्तान को काफी फायदा हुआ है.

यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान ने शिनजियांग में मानवाधिकारों के हनन के आरोपों पर चीन की आलोचना करने से परहेज किया है. मार्च 2019 में, पाकिस्तानी नेता ने फाइनेंशियल टाइम्स (financial Times) को बताया कि उन्हें अपने देश की सीमा से लगे सुदूर पश्चिमी चीनी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हिरासत में लिए जाने की खबरों के बारे में ज्यादा पता नहीं है.

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