इमरती देवी ने TI को बताया लुटेरा और बदमाश

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले (Gwalior district of Madhya Pradesh) में इन दिनों लूट, चोरी सहित पैसों की छीना-झपटी की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही है। यही बड़ी वजह है कि जिले में क्राइम का ग्राफ बढ़ रहा है। चोर-लुटेरे बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। डबरा में दो दिन पहले दिनदहाड़े बेखौफ होकर कट्टे की नोक पर 35 लाख रुपये लूट लिए गए। इसे लेकर सिंधिया समर्थक और पूर्व मंत्री इमरती देवी (former minister imrati devi) का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा है। उन्होंने तो डबरा सिटी थाना प्रभारी (Dabra City Police Station Incharge) को लुटेरा और बदमाश तक कह दिया।

डबरा में हुई 35 लाख रुपये की लूट के बाद एडीजी श्रीनिवास वर्मा मौके पर पहुंचे थे। मौके पर मौजूद पूर्व मंत्री इमरती देवी को उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही बदलाव करेंगे। लापरवाही को ठीक करने का प्रयास करेंगे। मौके पर मौजूद इमरती देवी ने सभी घटनाओं से एडीजी श्रीनिवास वर्मा को अवगत कराया। थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों की कार्यशैली से भी अवगत कराती नजर आई। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि डबरा सिटी थाना प्रभारी लुटेरा है। बदमाश है। वह ही इस तरह का क्राइम करवा रहा है। इससे उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा किया। साथ ही पुलिस अधिकारियों पर ही आरोप मढ़ती नजर आई।

ग्वालियर जिले में लुटेरों का आतंक काफी बढ़ गया है। अभी हाल में ही शहर में एक करोड़ 20 लाख रुपये की लूट हुई थी। पुलिस ने महज छह घंटों में उसका खुलासा कर दिया था। इस लूट में पुलिस ने पूरी रकम समेत आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके मात्र छह घंटे बाद डबरा में ही दो बाइकसवार लुटेरों ने एक व्यापारी से 35 लाख रुपये लूट लिए। सूचना मिलते ही एडीजी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। इसके बाद भी अब तक लूट में पुलिस को कोई सफलता हासिल नहीं मिल पाई है। उसके बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने बिजली विभाग के रिटायर्ड अधिकारी और उनकी पत्नी से लूट हुई। एक के बाद एक 24 घंटे के अंदर जिले में लुटेरों ने तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं। यही कारण है कि पूर्व मंत्री इमरती देवी और कट्टर सिंधिया समर्थक ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।

इमरती देवी ने जैन समाज के एक व्यापारी का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि जैन साहब के गोदाम से पांच-छह दिन में मेटाडोर के जरिये चोरी होती रही। पुलिस ने कुछ नहीं किया। जैन साहब ने ही मामले का खुलासा किया और युवक को धर दबोचा। इसमें भी पुलिस की कोई भूमिका नहीं रही। अभी सामान जब्त नहीं हुआ है, इस वजह से आदमियों के नाम नहीं बता रही हूं। पुलिस की कार्य प्रणाली से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि डबरा टीआई खुद लुटेरा है। खुद लूट करा रहा है। एसपी साहब को कहना चाहती हूं कि एक आदमी के यहां से चार-पांच दिन तक लूट होती रही। पुलिस ने ध्यान नहीं दिया तो जैन साहब ने मुझे फोन किया कि मैडम आप आ जाओ, हम तो लूट गए।

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