आने वाले समय में नौकरियों पर मचेगी उथल पुथल, दनिया भर में बेरोजगार होंगे करोड़ो लोग

नई दिल्ली (New Delhi)। वैश्विक श्रम बाजार (global labor market) उथल-पुथल के एक नए युग के लिए तैयार है, क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artifical Intelligence) जैसी टेक्नोलॉजी से क्लर्कियल कार्यों में गिरावट आई है, साथ ही प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों (technology and cyber security experts) की मांग बढ़ रही है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्षों में एआई, डिजिटलीकरण के कारण लगभग एक चौथाई नौकरियां बदल जाएंगी।

23 फीसदी श्रम बाजार प्रभावित होगा;
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, 23 फीसद वैश्विक श्रम बाजार अगले पांच वर्षों में प्रभावित होगा। एआई जैसी नई तकनीक (new technology) से लिपिकीय कार्य में गिरावट शुरू होगी, साथ ही साथ प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की मांग में वृद्धि होगी।

8.3 करोड़ नौकरियां जाएंगी:
रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में 8.3 करोड़ नौकरियां खत्म होंगी, जबकि 6.9 करोड़ नौकरियों का निर्माण होने का अनुमान है। जिससे अगले पांच वर्षों में 15.2 करोड़ नौकरियों पर उथल पुथल मची रहेगी।

एआई सबसे बड़ी बाधा:रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई एप्स जैसे चैटजीपीटी, कई नौकरियों को खत्म करने तथा उसे स्वचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा जिसमें तर्क, संचार और समन्वय जैसी भूमिकाएं शामिल हैं।

75 फीसदी कंपनियां एआई अपनाएंगी: दुनिया में 75 फीसद कंपनियों ने कहा कि वे अगले पांच वर्षों में एआई को अपनाएंगे। इस वजह से वे रिकॉर्ड रखने और प्रशासनिक पदों पर 2.6 करोड़ नौकरियों को समाप्त कर देंगे – जिसमें कैशियर, टिकट क्लर्क, डेटा इंट्री और लेखा जैसी नौकरियां शामिल हैं।

भारत में भी इसी तरह के बदलाव की उम्मीद
एआई, मशीन लर्निंग और डेटा सेगमेंट जैसी उभरती भूमिकाओं के साथ भारतीय नौकरी बाजार में अगले पांच वर्षों में 22 फीसद उथल-पुथल होने का अनुमान है। 61 फीसद कंपनियां सोचती हैं कि ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) मानकों के व्यापक अनुप्रयोग से नौकरी में वृद्धि होगी, इसके बाद नई तकनीकों को अपनाने में (59%) तथा डिजिटल पहुंच( 55%) में वृद्धि होगी। भारत में उद्योग परिवर्तन में एआई और मशीन लर्निंग विशेषज्ञ, डेटा विश्लेषण तथा वैज्ञानिकों की भूमिका सबसे अधिक होगी।

सेक्टरवाइज ये रहेगा हाल
एआई, मशीन लर्निंग, सस्टेनेबिलिटी, बिजनेस इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञों की मांग अधिक होगी। जबकि मांग में सबसे बड़ी गिरावट बैंक क्लर्क, पोस्टल क्लर्क, कैशियर, टिकट क्लर्क आदि के लिए होगी।

कौशल जिनकी मांग ज्यादा

क्रिएटिव थिंकिंग
एनालिटिकल थिंकिंग
टेक्नोलॉजी लिट्रेसी
क्यूरियोसिटी एंड लाइफ लर्निंग
फ्लेक्सिबिलिटी
इनकी मांग घटेगी

बहु भाषावाद
रीडिंग, राइटिंग और मैथ्स
ग्लोबल सिटिजनशिप
सेंसरी प्रोसेसिंग एबिलिटिज
निपुणता, धीरज, सटीकता

Leave a Comment