India GDP: 2030 तक भारत के शेयर बाजार को मार्केट कैप में 10 ट्रिलियन डॉलर छू लेगा, जेफ्फरीज की भविष्यवाणी

नई दिल्‍ली (New Delhi)। साल 2027 तक (By the year 2027)भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (third largest economy)बन सकता है. ये दावा (this claim)किया ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफ्फरीज (Global brokerage firm Jefferies)ने. जेफ्फरीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आर्थिक विकास दर में लगातार तेजी, जियोपॉलिटिक्स हालात के पक्ष में रहने, मार्केट कैपिटलाइजेशन में उछाल, रिफॉर्म्स की दिशा में उठाये जा रहे कदम और मजबूत कॉरपोरेट कल्चर के चलते भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।

जल्द जर्मनी जापान को पीछे छोड़ देगा भारत

जेफ्फरीज के इंडिया इक्विटी एनालिस्ट महेश नांदुरकर ने अपने नोट में लिखा, बीते 10 वर्षों से लगातार भारत 7 फीसदी के सालाना ग्रोथ रेट के दर से विकास कर रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था आठवीं से 3.6 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के साथ पांचवीं अर्थव्यवस्था बन चुका है. नोट के मुताबिक अगले चार वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी और जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

2030 तक 10 ट्रिलियन डॉलर होगा मार्केट कैप

अपने नोट में जेफ्फरीज ने लिखा कि डॉलर टर्म्स में बीते 10 से 20 वर्षों से भारत का इक्विटी मार्केट लगातार 10-12 फीसदी के दर से आगे बढ़ रहा है. भारत अब दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बड़ा इक्विटी मार्केट बन चुका है और 2030 तक भारत के शेयर बाजार का मार्केट कैप 10 ट्रिलियन डॉलर को छू सकता है।

भारतीय बाजार का वैल्यूएशन है आकर्षक

जेफ्फरीज के महेश नांदुरकर ने कहा रिफॉर्म्स की दिशा में उठाये जाने वाले ठोस कदम से भारत सबसे तेज गति से विकास करता रहेगा. घरेलू निवेश बढ़ने के चलते भारतीय बाजार में उठापटक में कमी आई है साथ विदेशी निवेशकों का निवेश बेहद कम है जिससे वैल्यूएशन अभी भी आकर्षक बना हुआ है. नोट के मुताबिक 167 कंपनियों का मार्केट कैप 5 बिलियन डॉलर से ज्यादा है जो निवेशकों को बड़ा विकल्प निवेश का दे रहा है।

पीएम मोदी भी कर चुके हैं दावा

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी दावा किया है कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा. दुनिया की कई रेटिंग एजेंसियों से लेकर इवेंस्टमेंट बैंकर्स ने भी ये भविष्यवाणी की है. दिसंबर 2023 के पहले हफ्ते में रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ( S&P Global Ratings) ने ये दावा किया था।

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