एशिया और मध्य-पूर्व देशों में हवाई किराया बढ़ाने में भारत सबसे आगे, 41 फीसदी बढ़ा मार्च तिमाही में

नई दिल्ली। कोरोना काल के बाद हवाई किराया बढ़ाने के मामले में भारत एशिया और मध्य पूर्व देशों में शीर्ष पर रहा है। एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल एशिया-पैसिफिक के अध्ययन में पता चला है कि भारत में हवाई किराया 41 फीसदी बढ़ा है। संयुक्त अरब अमीरात में 34 फीसदी, सिंगापुर में 30 फीसदी व ऑस्ट्रेलिया में 23 फीसदी किराया बढ़ा है।

अध्ययन में पाया गया कि 2023 की पहली तिमाही में भारत, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया और जापान सहित कई बाजारों में घरेलू हवाई किराये में वृद्धि जारी रही है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर किराये में मामूली कमी आई है। एसीआई एशिया-पैसिफिक का तर्क है कि एयरलाइंस कम प्रतिस्पर्धा और महामारी के दौरान हुए मुनाफे को बढ़ाने और नुकसान की भरपाई के लिए दबी हुई मांग को भुना रही हैं। अध्ययन के मुताबिक, हवाईअड्डे भारी परिचालन और पूंजीगत खर्च के बावजूद यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए नियम आसान

भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने भारतीय विमानों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ान शुरू करने के नियमों को आसान बनाया है। नियामक ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पहले के 33 पाइंट के चेकलिस्ट को घटाकर अब केवल 10 पॉइंट का चेकलिस्ट कर दिया गया है।

बढ़ते हवाई किराए को लेकर सरकार की आलोचना के लिए सिंधिया ने वेणुगोपाल की खिंचाई की

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल पर पलटवार किया। वेणुगोपाल ने बढ़ते हवाई किराए को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की थी। सिंधिया ने कहा कि वह यूपीए शासन के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ किए गए सौतेले व्यवहार को भूलकर अपनी गलितयां छिपा रहे हैं।

वेणुगोपाल और सिंधिया के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग

वेणुगोपाल ने बढ़ते हवाई किराए को लेकर रविवार को केंद्र सरकार पर हमला किया था। उन्होंने आरोप लगाया गया था कि सरकार एयरलाइनों की ओर से “लुटेरा व्यवहार” को रोकने में नाकाम रही है और उसने अपने घनिष्ठ मित्र एयरपोर्ट ऑपरेटरों के हाथों में लूट की सुविधा दे दी है। विमानन क्षेत्र की स्थिति को लेकर वेणुगोपाल और सिंधिया के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ी हुई है।

वेणुगोपाल ने रविवार को एक ट्वीट में कहा था कि आंकड़ों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और वास्तविक तथ्यों को गलत तरीके से जमीन पर पेश करने से मध्यम वर्ग के कठिन तथ्यों और रोजमर्रा की पीड़ा को दूर नहीं किया जा सकता है। इसके बाद वेणुगोपाल पर पलटवार करते हुए सिंधिया ने ट्वीट कर कहा, “वेणुगोपाल जी अपने लाभ के लिए तथ्यों को भुनाना जारी रखे हुए हैं और यूपीए सरकार के शासन के दौरान नागरिक उड्डयन के साथ किए गए सौतेले व्यवहार को भूल जाते हैं।

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