ज्योति मौर्या के खिलाफ लेनदेन के आरोप की जांच तेज, दोषी पाए जाने पर बर्खास्तगी तय

प्रयागराज: यूपी की बहुचर्चित पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या पर लगे करोड़ों रुपयों के लेनदेन के आरोप में जांच तेज हो गई है. शासन के आदेश पर कमिश्नर प्रयागराज मंडल की तरफ गठित तीन सदस्यीय टीम ने ज्योति मौर्या को बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया है. महिला मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में और वीडियोग्राफी के बीच ज्योति मौर्या का बयान दर्ज कराने की तैयारी है. अगर कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में ज्योति मौर्या पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए जाते हैं तो उनकी बर्खास्तगी भी हो सकती है.

आयोग द्वारा ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य को भी उसी दिन बुलाने के लिए नोटिस भेजा गया है. जांच कमेटी ने ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या दोनों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया है. आलोक को साक्ष्य के साथ बयान दर्ज कराने के लिए कमेटी ने बुलाया है, जबकि ज्योति मौर्या के छह अलग-अलग बैंक खातों का जांच कमेटी ने ब्यौरा मांगा है.

बता दें कि ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनके ऊपर पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार करके अकूत संपत्ति बनाने का आरोप लगाया है. आलोक मौर्या की शिकायत में 32 पन्ने की एक डायरी भी सौंपी गई है. डायरी में लाखों के लेनदेन का ब्यौरा दर्ज है. जांच कमेटी के सदस्य ने लखनऊ के कुछ कार्यालयों से भी दस्तावेज़ जुटाए हैं. 15 दिनों के अंदर कमेटी को मामले की जांच पूरी करनी है. जांच में दोषी पाए जाने पर ज्योति मौर्य की बर्खास्तगी भी हो सकती है. हालांकि जांच कमेटी की संस्तुति के बाद शासन ही बर्खास्तगी कर सकता है.

गौरतलब है कि शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर प्रशासन अमृतलाल बिंद को जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रयागराज के एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जयदीप कौर इस कमेटी की सदस्य हैं.

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