पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी : कहा-व्यापम का नाम ही बदला, फर्जीवाड़ा अभी भी हो रहा

विदिशा। पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी और फर्जीवाड़ा को लेकर परीक्षार्थियों में आक्रोश है। आज विदिशा में बेरोजगारों और कोचिंग संचालकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। बेरोजगारों का आरोप है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ी हुई है।
इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अजय शर्मा ने बताया कि अभी हाल ही में व्यापम द्वारा ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 की भर्ती परीक्षा के टॉप 10 अभार्थियों की लिस्ट जारी की गई, जिसमें टॉप 10 छात्रों में से 7 छात्र केवल ग्वालियर के हृक्रढ्ढ कॉलेज के परीक्षा केंद्र से है। इन लोगों को इंग्लिश के पेपर में 25 में से 25 अंक मिले हैं और जब कि इन्होंने परीक्षा फॉर्म में हिंदी में साइन किए हैं ऐसे कई छात्र भी मिले हैं जो उन्होंने पहली बार पेपर दिए और टॉप कर दिया। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने सबसे अंक भी उनकी ज्यादा है वे कोई अच्छी पोस्ट ले सकते थे, लेकिन उन्होंने पटवारी की पोस्ट को कोई तवज्जो दी है। इन सबको देखकर ऐसा लगता है कि इस परीक्षा में भारी घोटाला हुआ है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाना चाहिए और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। युवाओं ने कहा कि व्यापम अभी भी चोर है, व्यापम का नाम बस बदला है लेकिन वो काम नहीं छोड़ रहा हैं।

पटवारी चयन परीक्षा में घपले को लेकर मैदान में उतरे युवा
गंजबासौदा। गुरुवार को पटवारी चयन परीक्षा में घपले का आरोप लगाते हुए युवाओं का एक दल रैली निकालकर एसडीएम कार्यालय पहुंचा। यहां पर मुख्यमंत्री के नाम प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोप लगाया कि योग्य उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाया है वहीं आयोग्य लोगों को भ्रष्टाचार के द्वारा नियुक्ति मिल गई है। मालूम हो कि भिंड जिले के एक कालेज परीक्षा केंद्र से 10 से ज्यादा टॉपर उम्मीदवार सामने आए हैं। इसके पहले भी कांस्टेबल परीक्षा, कृषि विस्तार अधिकारी, वन विभाग और शिक्षक चयन परीक्षा में भी घपला हुआ था। गुरुवार को पटवारी चयन परीक्षा में आवेदक रहे कई दर्जन परीक्षार्थियों ने एकजुट होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर चयन परीक्षा को निरस्त कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। इस परीक्षा की विधिवत जांच कराकर आरोपियों को सजा दिलवाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि आखिर एक कालेज सेंटर से ही 10 से ज्यादा टॉपर 160 से लेकर 180 नंबर प्राप्त करके कैसे बन सकते हैं। जबकि बाकी प्रदेश में लाखों अभ्यर्थी चयनित नहीं हो सके हैं। निश्चित इसमें भ्रष्टाचार हुआ है इसकी निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को दंड दिया जाना चाहिए। इस दौरान दर्जनों युवा मौजूद रहे।

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