ISIS ने ली पाकिस्तान में आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी, तालिबान ने की निंदा

लाहौर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है. आईएसआईएस द्वारा किए गए हमले में जमियत उलेमा-ए-इस्लाम-फज़्ल (JUL-F) के 46 कार्यकर्ता मारे गए हैं. पार्टी के एक नेता की भी मौत हो गई. शहबाज शरीफ सरकार के समर्थक दलों में एक JUL-F की बाजौर जिले में मीटिंग चल रही थी, जब यह आत्मघाती हमला हुआ. हमले में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. पाकिस्तान और अफगान तालिबान ने इस हमले की निंदा की है.

बाजौर जिला अस्पतालों में कई घायलों का इलाज चल रहा है. गंभीर रूप से घायल लोगों को पेशावर अस्पताल रेफर किया गया है. शुरुआती जांच में पता चला कि इस्लामिक स्टेट ने हमले को अंजाम दिया. पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट बैन है. आतंकी संगठन अफगानिस्तान में तालिबानी टेकओवर के बाद काफी एक्टिव है. आईएसआईएस तालिबानी शासन के खिलाफ है.

जेयूएल-एफ के एक नेता की मौत
खैबर पख्तूनवा (केपी प्रांत) की मीटिंग में जेयूएल-एफ के वरिष्ठ नेता फ़ज़ल-उर-रहमान मौजूद नहीं थे. जेयूएलएफ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक अलायंस का हिस्सा है, जिसमें फजल-उर-रहमान की अहम भूमिका है. वह शहबाज शरीफ के करीबी माने जाते हैं. पीएम शहबाज ने इस हमले पर दुख जताया है. हमले में पार्टी के एक नेता जियाउल्लाह जान की मौत हो गई है.

पाकिस्तान में चौथा बड़ा आतंकी हमला
उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में रविवार का हमला 2014 के बाद से ऐसा चौथा हमला है जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की जानें गई. तब तालिबान ने पेशावर में एक आर्मी स्कूल पर हमला कर दिया था, जिसमें 147 लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे थे. जनवरी महीने में पेशावर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमले में 74 लोग मारे गए. पेशवार के पुलिस हेडक्वार्टर में फरवरी में हुए हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गए, जिसमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे.

तालिबान ने की इस्लामिक स्टेट के हमले की निंदा
टीटीपी या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जिसने पाकिस्तान में पिछले कुछ सालों में दर्जनों हमलों को अंजाम दिया है, रविवार के हमले की निंदा की. आतंकी संगठन ने एक बयान में हमले से दूरी बनाई है. अफगान तालिबान ने भी हमले की आलोचना की. तालिबानी शासन के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने बयान में कहा कि इस तरह के हमलों को उचित नहीं ठहराया जा सकता. पाकिस्तान में तालिबानी भी एक्टिव हैं, जहां उनकी नजर पाकिस्तान की सत्ता पर है. इस्लामिक स्टेट भी एक्टिव है, जिसके स्थानीय विंग ने कई हमले किए हैं. साफ है कि पाकिस्तान सरकार के लिए टू-फ्रंट फाइट बड़ा ही चुनौतीपूर्ण होगा.

Leave a Comment