Israel-Hamas war : बंधकों की रिहाई के समझौते से पहले हमास ने रखी यह शर्त
यरूशलम (Jerusalem)। इस्राइल और हमास (Israel-Hamas war ) के बीच स्थायी युद्धविराम (armistice) और हमास से बंधकों की रिहाई के लिए एक बार फिर चर्चाएं बढ़ गईं हैं। इस्राइल के साथ-साथ अमेरिका, मिस्र और कतर भी समझौते का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन अगर इस्राइल के बड़े अखबार की मानें तो समझौते से पहले ही आंतकी संगठन हमास ने एक बड़ी शर्त रख दी।
समझौते से पहले इस्राइल को हमला बंद करना पड़ेगा: हमास
एक रिपोर्ट ने बताया कि हमास ने बंधक समझौते के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए एक शर्त लगा दी है। हमास का कहना है कि जब तक सभी इस्राइली सैनिक गाजा से वापस नहीं हो जाते, तबतक वह किसी समझौते को स्वीकार नहीं करेगा। दरअसल, हमास ने पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन के साथ एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि किसी भी शांति समझौते में संघर्ष की पूर्ण समाप्ति और गाजा से इस्राइली सैनिकों की पूर्ण वापसी जरूर शामिल होनी चाहिए। बयान में हमास ने इस पर जोर दिया। बयान में उन्होंने आगे कहा कि समझौते से पहले इस्राइल को हमला बंद करना पड़ेगा। इस्राइली अखबार की मानें तो हमास बंधक समझौते को अस्वीकार कर सकता है।
कतर पीएम ने जताई उम्मीद
कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने सोमवार को वाशिंगटन में आयोजित अटलांटिक काउंसिल को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि शेष बंधकों की रिहाई और गाजा में स्थाई युद्धविराम के समाधान खोजने के लिए हुई वार्ता प्रगति पर है। रविवार को हुई वार्ता में चीजों को वापस समान्य और पटरी पर लाने के लिए चर्चा की गई। बंधकों की रिहाई और स्थाई युद्धविराम के लिए हमने कुछ आधार तैयार किए है, जो दोनों पक्षों को उम्मीद है कि स्वीकार्य हो। हालांकि, बैठक में प्रस्तावित रूपरेखा को हमास को सूचित करना बाकी है। हालांकि, हमें अभी नहीं पता कि हमास इस पर कैसे प्रतिक्रिया दे। अगर हमास को भी शांति चाहिए तो उसे भी इस बैठक में सकारात्मक रूप से शामिल होना चाहिए।