आसान नहीं है भाजपा का मुस्लिम वोट कबाडऩा

  • इंदौर से ही 84 हजार से अधिक का गड्ढा, सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता पांच नंबर विधानसभा में

इंदौर, संजीव मालवीय। भाजपा इस बार अल्पसंख्यक क्षेत्रों में भी मतदान के लिए जोर लगा रही है। मुस्लिम क्षेत्रों में ही अधिकतर लोगों ने सरकारी योजनाओं का लाभ लिया है। इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के ऐसे लोगों की सूची बनाकर उन्हें मोदीजी के लिए वोट डालने के लिए कहा जाएगा। लेकिन इंदौर जैसे शहर में मुस्लिम समाज के करीब 2 लाख वोटर हैं और तीन महीने पहले ही हुए विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो भाजपा को इनमें से करीब 23 हजार वोट ही मिले हैं, वहीं 84 हजार वोटों का बड़ा गड्ढा मुस्लिम समाज ने दिया है। सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता पांच नंबर विधानसभा में हैं, जहां से भाजपा को बहुत ही कम वोट मिलते हैं।

सबका साथ-सबका विकास का नारा लेकर भाजपा कार्यकर्ता और विशेषकर अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को मुस्लिम क्षेत्रों में उतारा गया है। इन क्षेत्रों में जाकर कार्यकर्ताओं को उन लोगों से संपर्क करने को कहा गया है, जो प्रदेश और केंद्र सरकार की योजना का फायदा ले रहे हैं। इसके साथ ही दूसरे लोगों को भी बताना है कि सरकार ने कभी भी योजना का फायदा देने में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया, इसलिए आपको भी भाजपा को वोट देना चाहिए। भाजपाइयों की ये कसरत टेढ़ी खीर ही साबित हो रही है, क्योंकि लोकसभा में भी ऐसा नहीं लगता है कि मुस्लिम समाज का वोट बड़ी संख्या में भाजपा को मिले। फिर भी भाजपा की कोशिश जारी है। इंदौर में शुद्ध रूप से 9 वार्ड मुस्लिम हैं, जहां से अभी तक भाजपा को ऐसी कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई है, जिस पर वह कह सके कि अल्पसंख्यकों का वोट भी उसे मिलता है।

सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता पांच नंबर में
विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो सर्वाधिक मतदाता पांच नंबर विधानसभा में निकले हैं। यहां तीन वार्ड हैं, जिनमें 38 नंबर वार्ड में 26706, 39 नंबर में 32 हजार 761 तो 53 नंबर वार्ड में 29 हजार 448 मतदाता थे। अभी सूची के पुनरीक्षण के बाद इनमें बढ़ोतरी हुई है। 88 हजार 915 मतदाता तो अकेले पांच नंबर विधानसभा में ही हैं, जहां से भाजपा को पिछले चुनाव में मात्र 3 हजार 628 वोट मिले थे और 49 हजार 321 वोट से भाजपा यहां तीनों वार्ड से हार गई थी। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि सबसे ज्यादा काम इन्हीं क्षेत्रों में हुए हैं, फिर भी वोट नहीं मिलना आश्चर्य पैदा करता है।

दूसरे नंबर पर है एक नंबर विधानसभा

सर्वाधिक मुस्लिम मतदाताओं में दूसरे नंबर पर एक नंबर विधानसभा है। यहां 2 नंबर वार्ड में 17 हजार 287 तो 8 नंबर वार्ड में 2 हजार 428 मतदाता हैं। वैसे पिछले चुनाव में यहां भाजपा को 7 हजार 172 वोट मिले तो कांग्रेस को 21 हजार 904। दोनों ही वार्डों में वैसे भाजपा हारी है, लेकिन सर्वाधिक नुकसान 2 नंबर वार्ड से हुआ। दोनों ही वार्डोंं को मिलाकर 14 हजार 732 वोटों से भाजपा यहां से हारी है। तीन नंबर में भी दो वार्ड हैं, जहां कुल 37 हजार 654 मतदाताओं में से भाजपा को 8 हजार 499 वोट मिले हैं तो 4 नंबर विधानसभा के दो वार्ड के 27 हजार 900 में से भाजपा को मात्र 3 हजार 682 वोट ही मिले हैं।

कैसे होगा बूथ पर 370 वोट का इजाफा
भाजपा ने इस बार अपने कार्यकर्र्र्र्र्र्ताओं को प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का बोला है। इंदौर में कुल 469 ऐसे बूथ हंै, जहां से भाजपा हारती रही है। इन बूथों पर विशेष रणनीति के तहत कार्य किया जा रहा है। यहां कार्यकर्ताओं को पूर्णकालिक के तौर पर तैनात किया जा रहा है। अल्पसंख्यक मोर्चा की नगर इकाई को भी ये जवाबदारी दी गई है।

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